Ranchi Violence: वासेपुर गैंग ने रची थी हिंसा की साजिश! जानें WhatsApp ग्रुप पर किस तहर हुई पूरी प्लानिंग
रांची में हुई भारी हिंसा की साजिश को लेकर पुलिस गहराई से जांच कर रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में सामने आ रहा है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद की हिंसा और उपद्रव सुनियोजित थी।दरअसल पुलिस जांच में सामने आया है
05:54 PM Jun 13, 2022 IST | Desk Team
रांची में हुई भारी हिंसा (Ranchi violence) की साजिश को लेकर पुलिस गहराई से जांच कर रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में सामने आ रहा है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद की हिंसा और उपद्रव सुनियोजित थी।दरअसल पुलिस जांच में सामने आया है कि भीड़ को इकट्ठा करने के लिए एक वॉट्सऐप ग्रुप ‘वासेपुर गैंग’ (Wasseypur Gang) का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अब इस वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन की तलाश कर रही है।
शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कर्बला चौक
रांची हिंसा के बाद से सोमवार को भी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। 10 जून की हिंसक घटनाओं में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कर्बला चौक और अन्य क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है। इस बीच, पुलिस को यह पता चला है कि 10 जून के विरोध प्रदर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटाने के लिए ‘वासेपुर गैंग’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप का इस्तेमाल किया गया था।
शांति बनाए रखने के लिए सरकार ने राज्य भर में सभी संवेदनशील स्थानों पर रैपिड एक्शन फोर्स, आतंकवाद विरोधी दस्ते(Anti-Terrorist Squad), विशेष टास्क फोर्स और पुलिस को तैनात किया है।
रांची में निलंबित भारतीय जनता पार्टी
मीड़िया रिपोर्ट के अनुसार, 10 जून को जुमे की नमाज के बाद रांची में भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत के बाद झारखंड में तनाव बना हुआ है। रांची में निलंबित भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। पुलिस ने बताया कि अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और 16 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। शिनाख्त की प्रक्रिया चल रही है। इसमें आगे कहा गया है कि पहचाने गए आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई है।
प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने के साथ ही 11 जून की सुबह
विरोध प्रदर्शन शुरू होने और कई वाहनों को पथराव और आग लगाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद सरकार ने रांची में कर्फ्यू लगा दिया था। हालात को काबू करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने के साथ ही 11 जून की सुबह 6 बजे तक रांची में सभी इंटरनेट सेवाओं(administration had temporarily suspended all internet services) को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था।
हेमंत सोरेन ने हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमिताभ कौशल और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) संजय लातकर इन घटनाओं की जांच करेंगे। रांची के डीआईजी अनीश गुप्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कर्बला चौक
रांची हिंसा के बाद से सोमवार को भी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। 10 जून की हिंसक घटनाओं में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कर्बला चौक और अन्य क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है। इस बीच, पुलिस को यह पता चला है कि 10 जून के विरोध प्रदर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटाने के लिए ‘वासेपुर गैंग’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप का इस्तेमाल किया गया था।
शांति बनाए रखने के लिए सरकार ने राज्य भर में सभी संवेदनशील स्थानों पर रैपिड एक्शन फोर्स, आतंकवाद विरोधी दस्ते(Anti-Terrorist Squad), विशेष टास्क फोर्स और पुलिस को तैनात किया है।
रांची में निलंबित भारतीय जनता पार्टी
मीड़िया रिपोर्ट के अनुसार, 10 जून को जुमे की नमाज के बाद रांची में भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत के बाद झारखंड में तनाव बना हुआ है। रांची में निलंबित भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। पुलिस ने बताया कि अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और 16 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। शिनाख्त की प्रक्रिया चल रही है। इसमें आगे कहा गया है कि पहचाने गए आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई है।
प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने के साथ ही 11 जून की सुबह
विरोध प्रदर्शन शुरू होने और कई वाहनों को पथराव और आग लगाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद सरकार ने रांची में कर्फ्यू लगा दिया था। हालात को काबू करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने के साथ ही 11 जून की सुबह 6 बजे तक रांची में सभी इंटरनेट सेवाओं(administration had temporarily suspended all internet services) को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था।
हेमंत सोरेन ने हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमिताभ कौशल और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) संजय लातकर इन घटनाओं की जांच करेंगे। रांची के डीआईजी अनीश गुप्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
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