Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

आखिर कब थमेगा अमेरिका में कोरोना का कहर, मरने वालों का आंकड़ा ढाई लाख के पार

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या ढाई लाख के भयावह निशान को पार कर गई है।

11:59 AM Nov 19, 2020 IST | Desk Team

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या ढाई लाख के भयावह निशान को पार कर गई है।

अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में संक्रमितों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या ढाई लाख के भयावह निशान को पार कर गई है। 
Advertisement
यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने गुरुवार को अपने अपडेट में बताया कि देश में मरने वालों की संख्या 2,50,483 और मामलों की संख्या 1,15,25,149 हो गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क राज्य में सबसे ज्यादा 34,173 लोगों की मौत हुई हैं, इसके बाद टेक्सस में इस वायरस के कारण 20,147 लोग मारे गए हैं। वहीं कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा और न्यू जर्सी राज्यों में 16 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज हुईं हैं। 9 हजार से ज्यादा मौतों वाले राज्यों में इलिनोइस, मैसाचुसेट्स, पेंसिल्वेनिया और जॉर्जिया शामिल हैं। 
अमेरिका में महामारी की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया की कुल मौतों की 18 प्रतिशत मौतें केवल यहीं हुईं हैं। 22 सितंबर को यहां 2 लाख मौतों का आंकड़ा पूरा हुआ था और दो महीने में ही 50 हजार मौतें और हो गईं। मंगलवार को यहां कोविड के कारण 1,707 मौतें हुईं जो 14 मई की 1,774 दैनिक मौतों के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। 
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के एक मॉडल द्वारा लगाए गए पूवार्नुमान के मुताबिक मौजूदा हालात को देखते हुए 1 मार्च 2021 तक इस वायरस के कारण 4,38,941 अमेरिकी मर सकते हैं। विशेषज्ञों ने कॉलेज के छात्रों और थैंक्सगिविंग की छुट्टी के दौरान पारिवारिक समारोहों में हिस्सा लेने के लिए के लिए यात्रा करने वाले लोगों को चेतावनी दी है कि इससे कोरोनावायरस संक्रमण की एक नई लहर पैदा हो सकती है। 
Advertisement
Next Article