यूपी में हर महीने बनेंगे 3.6 करोड़ Semiconductor, हजारों को मिलेगा रोजगार
यूपी में सेमीकंडक्टर उत्पादन से बढ़ेगा रोजगार का अवसर
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तरप्रदेश के जेवर में सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र की स्थापना की घोषणा की है। इस पहल से हर महीने 3.6 करोड़ सेमीकंडक्टर चिप बनेंगी और 2000 लोगों को रोजगार मिलेगा। यह परियोजना भारत के HCL ग्रुप और ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन के सहयोग से विकसित होगी।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को लेकर बड़ी घोषणा की है। वैष्णव ने कहा की सेमीकंडक्टर बनाने वाली छट्ठी युनिट, उत्तरप्रदेश के जेवर में लगेगी। वैष्णव ने इस योजना से यूपी को होने वाले संभावित लाभ को भी चिह्नित किया है। इस योजना से 2000 लोगों को रोज़गार मिलेगा और हर महीन जेवर में 3.6 करोड़ सेमिकंडक्टर चिप बनकर तैयार होंगे। भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के पास एक नया सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र स्थापित करने को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना भारत के HCL ग्रुप और ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज फॉक्सकॉन के संयुक्त उद्यम के तहत विकसित की जाएगी।
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सेमीकंडक्टर मिशन को मिली नई रफ्तार
भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत यह छठा प्लांट होगा। इससे न केवल घरेलू उत्पादन को बल मिलेगा बल्कि देश की आयात पर निर्भरता भी घटेगी। इस संयंत्र के लिए सरकार को 3,700 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त होगा, जिससे निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी का संकेत मिलता है।
Watch: Union Minister Ashwini Vaishnaw announces that the Union Cabinet has approved the establishment of the sixth semiconductor unit in Jewar, Uttar Pradesh. The project will cost ₹3,706 crore and create 2,000 jobs. It is a joint venture between HCL and Foxconn pic.twitter.com/QFtE6K5qMu
— IANS (@ians_india) May 14, 2025
YEIDA क्षेत्र में बनेगा अत्याधुनिक संयंत्र
यह प्लांट यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) क्षेत्र में बनेगा और यहां मोबाइल, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों में उपयोग होने वाले डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण किया जाएगा। इसकी मासिक क्षमता 20,000 वेफर की होगी, जिससे हर महीने 3.6 करोड़ यूनिट का उत्पादन संभव होगा।
भारत में तेजी से बन रहा सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम
देश में चिप निर्माण के अलावा डिजाइन क्लस्टर भी विकसित हो रहे हैं। अब तक 70 से ज्यादा स्टार्टअप और 270 शैक्षणिक संस्थानों के छात्र अत्याधुनिक डिजाइन तकनीकों पर काम कर रहे हैं। मोहाली की सेमीकंडक्टर लेबोरेटरी (SCL) ने छात्रों द्वारा विकसित 20 नई चिप्स को टेप-आउट भी कर दिया है।