Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

गुड के निर्यात पर 50 फीसदी निर्यात शुल्क

08:15 PM Jan 16, 2024 IST | Deepak Kumar

भारत में बड़ी मात्रा में गन्ने की खेती होती है। जिस से चीनी और गुड़ का उत्पाद होता है। हमारे देश में गुड़ का महत्व बहुत पुराना रहा है। बड़े बुजर्गो की माने तो पहले मिठाई के रूप में गुड़ भेंट किया जाता था। उत्तर भारत में गुड की भेली भी शादी विवाह में रश्म के रूप में दी जाती है। भेली से मतलब है एक बड़ी मात्रा में इक्क्ठा गुड़ देना जैसे पांच किलो ग्राम आदि। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण के अनुसार भी गुड़ बहुत लाभदायक होता है। लेकिन स्वास्थ्य में गुड़ को प्रयोग में लाने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य ले।

चीनी उत्पादन में गिरावट
Advertisement

चालू सीजन में घरेलू चीनी उत्पादन में गिरावट की आशंका के बीच केंद्र सरकार ने गुड़ पर 50 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया है। वित्त मंत्रालय की एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि प्रस्तावित निर्यात शुल्क 18 जनवरी, 2024 को लागू होगा। गुड़ चीनी का एक उप-उत्पाद है जिसका उपयोग हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए इथेनॉल उत्पादन के लिए किया जाता है।

गुड़ से इथेनॉल 60-65 प्रतिशत

देश में उत्पादित कुल इथेनॉल में से, गन्ने के रस से इथेनॉल विशेष रूप से 25-30 प्रतिशत है, जबकि बी हेवी गुड़ से इथेनॉल 60-65 प्रतिशत से अधिक है। सी-भारी गुड़ और अनाज से प्राप्त इथेनॉल बाकी के लिए जिम्मेदार है। खाद्य मंत्रालय ने दिसंबर की शुरुआत में चीनी मिलों को इथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के रस या सिरप का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया था।

डायवर्जन 17 लाख टन तक सीमित

हालांकि, दिसंबर के मध्य में केंद्र सरकार ने इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए जूस के साथ-साथ बी-भारी गुड़ के उपयोग की अनुमति दी, लेकिन चालू विपणन सत्र के लिए चीनी के डायवर्जन को 17 लाख टन तक सीमित कर दिया। भारत ने अप्रैल 2023 में चरणबद्ध तरीके से 20 प्रतिशत मिश्रित ईंधन पहले ही लॉन्च कर दिया है और आने वाले दिनों में व्यापक उपलब्धता की उम्मीद है।

पेट्रोल में E20 मिश्रण की शुरुआत

देश की तेल आयात लागत को कम करने, ऊर्जा सुरक्षा, कम कार्बन उत्सर्जन और बेहतर वायु गुणवत्ता के लिए केंद्र द्वारा पेट्रोल में E20 मिश्रण की शुरुआत की गई थी। सरकार ने E20 ईंधन का लक्ष्य 2030 से बढ़ाकर 2025 कर दिया था।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

 

Advertisement
Next Article