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AAP नेता सौरभ भारद्वाज का पहला वीडियो यूट्यूब चैनल पर रिलीज

AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने यूट्यूब चैनल पर साझा की अपनी कहानी

02:18 AM Feb 13, 2025 IST | IANS

AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने यूट्यूब चैनल पर साझा की अपनी कहानी

aap नेता सौरभ भारद्वाज का पहला वीडियो यूट्यूब चैनल पर रिलीज

दिल्ली विधानसभा चुनाव में ग्रेटर कैलाश सीट से हार का सामना करने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को अपना नया यूट्यूब चैनल लॉन्च कर दिया। सौरभ भारद्वाज ने इस बारे में एक दिन पहले ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जानकारी दी थी।

उन्होंने अपने चैनल का नाम “बेरोजगार नेता” रखा है। उन्होंने अपने पहले वीडियो में चुनाव हारने के अनुभव के बारे में विस्तार से चर्चा की।

‘आप’ नेता सौरभ भारद्वाज ने अपने नए चैनल पर बताया कि चुनाव में हार के बाद उनके पास कोई आमदनी का जरिया नहीं है और अब उन्हें यह चिंता सताने लगी है कि घर कैसे चलेगा, क्योंकि उनके पास भविष्य के लिए कोई स्पष्ट योजना नहीं है। उन्होंने वीडियो में लोगों से यह भी पूछा कि वे आगे क्या कर सकते हैं और उनकी राय जानने की कोशिश की।

सौरभ ने कहा, “हमें एक दिन पहले तक यह नहीं लग रहा था कि हम चुनाव हारने वाले हैं। मेरी हार की कहानी 8 फरवरी से ही शुरू हुई।”

उन्होंने विस्तार से बताया कि 8 फरवरी को वह एक पोलिंग स्टेशन पर थे और पहले राउंड में ही उन्हें यह आभास हो गया था कि चुनाव सही दिशा में नहीं जा रहा है।

सौरभ ने कहा, “हमें एक दिन पहले तक यह नहीं लग रहा था कि हम चुनाव हारने वाले हैं। मेरी हार की कहानी 8 फरवरी से ही शुरू हुई।”

उन्होंने विस्तार से बताया कि 8 फरवरी को वह एक पोलिंग स्टेशन पर थे और पहले राउंड में ही उन्हें यह आभास हो गया था कि चुनाव सही दिशा में नहीं जा रहा है।

सौरभ भारद्वाज ने कहा, “मुझे काउंटिंग के बीच ही यह समझ में आ गया था कि चुनाव मेरे हाथ से निकल चुका है।” चुनाव में हार के बाद की स्थिति पर सौरभ ने बताया कि हारने के बाद उन्होंने खुद से यह सवाल किया कि अब वह क्या करेंगे? मेरे पास कोई प्लान नहीं था।

हार के बाद वह सीधे अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के घर गए, लेकिन वह देर रात पहुंचे ताकि घर वाले सो जाएं।

सौरभ ने बताया कि सुबह जब वह उठे तो उनके समर्थक और पार्टी के लोग लगातार उन्हें फोन कर रहे थे और उन्हें हिम्मत न हारने की सलाह दे रहे थे। एक फुल-टाइम राजनेता के लिए चुनाव हारने के बाद घर चलाने का संकट आ गया है।

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