कृषि कानून और MSP पर 4 जनवरी को फिर होगी किसान और सरकार के बीच बैठक, वार्ता सकारात्मक
आज दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों के बीच छठे दौर की बैठक हुई। इस बैठक में केंद्र सरकार के तीन मंत्रियों ने किसानों से वार्ता की जिसमे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश मौजूद है।
08:26 PM Dec 30, 2020 IST | Ujjwal Jain
आज दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों के बीच छठे दौर की बैठक हुई। इस बैठक में केंद्र सरकार के तीन मंत्रियों ने किसानों से वार्ता की जिसमे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश मौजूद है। बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्रियों और किसाओं नेताओं ने कहा वार्ता काफी सकारात्मक रही।
दो मुद्दों पर बनी सहमति
इस बैठक में सरकार और किसान नेताओं के बीच चार में से दो मुद्दों पर सहमति बन गई, जबकि अन्य दो मुद्दों के लिए चार जनवरी को फिर से बैठक होगी। जानकारी के मुताबिक़ इस बैठक में पराली जलाने संबंधी अध्यादेश और प्रस्तावित विद्युत कानून को लेकर आपसी सहमति बन गयी।
कृषि सुधार कानून को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों और सरकार के बीच हुयी वार्ता में पराली जलाने को लेकर किसानों पर की जाने वाली कार्रवाई तथा प्रस्तावित विद्युत सुधार कानून में सब्सिडी को समाप्त करने की आशंका पर दोनों पक्षों के बीच सहमित बन गयी।
बैठक के बाद क्या बोले कृषि मंत्री
बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले आज विज्ञान भवन में किसान आंदोलन में शामिल नेताओं के साथ बैठक हुई। बैठक में किसान यूनियन के नेताओं ने जो 4 विषय चर्चा के लिए रखे थे, उनमें से 2 विषयों पर आपसी सहमति सरकार और किसान यूनियनों के बीच हो गई हैं।
कृषि मंत्री ने कहा, “पर्यावरण से संबधित अध्यादेश है उसमें पराली और किसान सम्मिलित हैं। उनकी शंका थी किसान को इसमें नहीं होना चाहिए। इसपर दोनों पक्षों में सहमति हो गई है। इससे दोनों पक्षों में एक अच्छा माहौल बना।किसान यूनियन 3 क़ानूनों को वापिस लेने की बात करती रही हैं। हमने ये बताने की कोशिश की है कि जहां समस्या है, वहां सरकार विचार करने को तैयार है।”
चार जनवरी को फिर से बैठक होगी
उन्होंने कहा इलेक्ट्रिसिटी एक्ट जो अभी आया नहीं है, उन्हें लगता है यह एक्ट आएगा तो इससे किसानों को नुकसान होगा। सिंचाई के लिए जो बिजली की सब्सिडी दी जाती है वो राज्य जिस प्रकार से देते रहे है, वैसे ही चलनी चाहिए। इसपर भी सरकार और किसान यूनियनों के बीच सहमति हो गई है।
नरेंद्र तोमर ने कहा क़ानून के विषय में और MSP के विषय में चर्चा पूरी नहीं हुई है, चर्चा जारी है। हम लोग 4 तारीख (4 जनवरी 2021) को 2 बजे फिर से इकट्ठा होंगे और चर्चा को आगे बढ़ाएंगे।
किसान नेताओं ने जताई सकारात्मकता
बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा हम कुछ तो संतुष्ट है। दो मांगों को मान लिया गया है। अगली बैठक में हम MSP और 3 क़ानूनों को लेकर सरकार से बात करेंगे। कल की ट्रैक्टर रैली को हमने स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा।
ऑल इंडिया किसान सभा पंजाब के नेता बलकरण सिंह बराड़ ने बैठक के बाद कहा सरकार ने बिजली के प्रस्तावित बिल को वापिस ले लिया है। पराली के मामले में सरकार ने अध्यादेश जारी किया था, उसे भी वापिस ले लिया है। MSP और कृषि क़ानूनों पर 4 तारीख को बात होगी।
अगली बैठक में बात बनने की उम्मीद मजबूत
माझा किसान संघर्ष कमेटी, पंजाब के अध्यक्ष बलविंदर सिंह ने बताया सरकार ने 2 मांग मान ली हैं। हमारे 2 विषय रह गए हैं- MSP और 3 कृषि क़ानून। इन दोनों विषय पर 4 तारीख को 2 बजे बात होगी। आज बहुत अच्छे माहौल में बैठक हुई।
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