'ये असल में NRC है...', अखिलेश यादव ने SIR प्रक्रिया पर सरकार को घेरा, लगाए गंभीर आरोप
Akhilesh Yadav on SIR: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में EVM, बैलेट पेपर और SIR को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र की मजबूती के लिए बैलेट पेपर से ही चुनाव कराए जाने चाहिए। अखिलेश यादव का कहना है कि देश के अधिकतर लोग चाहते हैं कि चुनाव फिर से बैलेट पेपर के ज़रिये हों। उनका मानना है कि अगर लोकतंत्र को सुरक्षित रखना है तो सबसे विश्वसनीय तरीका बैलेट पेपर ही है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के कई विकसित देश, जैसे अमेरिका, जापान और जर्मनी ने भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर सवाल उठने के बाद बैलेट प्रणाली को अपनाया है। इसलिए भारत में भी इस व्यवस्था को लागू करने से सरकार को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
Akhilesh Yadav on SIR: जर्मनी की कोर्ट का उदाहरण
अखिलेश यादव ने दावा किया कि जर्मनी की अदालत ने भी EVM से मतदान को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब दूसरे देश EVM पर भरोसा नहीं कर रहे तो फिर भारत में EVM का इस्तेमाल क्यों जारी है? उनका कहना था कि अगर सरकार को अपने काम और चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा है, तो वह EVM को हटाने से क्यों डर रही है।
Akhilesh Yadav News: उपचुनावों में गड़बड़ी का आरोप
सपा अध्यक्ष ने हाल ही में हुए कुंदरकी और मीरापुर उपचुनाव को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान पुलिसकर्मियों ने साधारण कपड़ों में वोट डालने की कोशिश की। अखिलेश का आरोप है कि यह बिल्कुल गलत था और सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर सरकार उनके आरोपों को गलत बताती है, तो फिर उन मतदान केंद्रों के CCTV फुटेज जनता के सामने जारी कर दे।
UP Politics: SIR पर भी कसा तंज
अखिलेश यादव ने SIR को लेकर भी केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार इसे SIR कह रही है, लेकिन असल में यह NRC जैसा ही कानून है। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पहले ये लोग SIR लागू कर रहे हैं, फिर धीरे-धीरे यह प्रक्रिया पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग यानी PDA समुदाय को निशाना बनाएगी।अखिलेश यादव ने चेतावनी दी कि सरकार भविष्य में लोगों का आरक्षण खत्म करने की भी कोशिश कर सकती है।
आर्थिक स्थिति और रोजगार पर सरकार को घेरा
उन्होंने देश की आर्थिक हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि रुपये की कीमत लगातार गिर रही है और उद्योग-धंधे बंद हो रहे हैं। उनका कहना है कि नई फैक्ट्रियों का निर्माण नहीं हो रहा, जिससे युवा बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट पर सवाल
ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी प्रोजेक्ट पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के अधिकारी और नेता खुद को इतना बड़ा कलाकार समझते हैं कि उन्हें फिल्म सिटी की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार केवल घोषणाएँ कर रही है, जबकि जमीन पर कोई बड़ा काम दिखाई नहीं दे रहा।
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