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Jharkhand में Covid-19 को लेकर अलर्ट, अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी

जेएन-1 वैरिएंट पर झारखंड में सार्वजनिक स्थलों पर विशेष जांच

10:19 AM May 23, 2025 IST | IANS

जेएन-1 वैरिएंट पर झारखंड में सार्वजनिक स्थलों पर विशेष जांच

jharkhand में covid 19 को लेकर अलर्ट  अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी

झारखंड में कोविड-19 के नए वैरिएंट जेएन-1 को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। राज्य में फिलहाल कोई मामला सामने नहीं आया है, फिर भी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जाएगी।

देश के कई राज्यों में कोविड के नए वैरिएंट जेएन-1 से संबंधित कुछ मामले सामने आने के बाद झारखंड का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि उन्होंने विभाग के आला अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में इससे संबंधित न तो कोई केस आया है और न ही इसे लेकर किसी तरह की कोई आशंका है, लेकिन इसके बावजूद राज्य में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सार्वजनिक स्थलों पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम देखेगी कि बाहर से आने वाले लोगों में अगर खांसी, सर्दी, बुखार और कोविड से मिलते-जुलते लक्षण हैं, तो उनके सैंपल लेकर आवश्यक जांच की जाएगी। यह प्रक्रिया शुक्रवार से ही शुरू कर दी जाएगी। मंत्री अंसारी ने कहा कि वह खुद एक डॉक्टर हैं और उनकी जानकारी में कोविड के इस वेरिएंट को लेकर घबराने जैसी कोई बात नहीं है। भारत के लोगों में कोविड को लेकर जिस तरह की इम्युनिटी विकसित हो चुकी है, उसमें इस वेरिएंट का असर होने की आशंका बिल्कुल नहीं है।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, 1 जनवरी से 19 मई तक देश में कोविड से जुड़े 257 मामले सामने आए हैं। वहीं, 12 मई के बाद 164 केस की पुष्टि हुई है। सरकार के मुताबिक, भारत में स्थिति पूरी तरह नियंत्रित है। अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह लगे कि ये नए वेरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक या तेजी से फैलने वाले हैं। सबसे अधिक मामले केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की समीक्षा में कहा गया है कि अधिकांश मामले सामान्य हैं। अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है। फिलहाल कोई पैनिक की स्थिति नहीं है, लेकिन निगरानी बढ़ा दी गई है।

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