Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

रूस-यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच NATO महासचिव ने दिया बयान, यूरोप में की जाएगी और सैनिकों की तैनाती

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि सहयोगी ‘जमीन पर, हवा में और समुद्र में’ नाटो की स्थिति को मजबूत करने के लिए सहमत होंगे।

11:00 AM Mar 24, 2022 IST | Desk Team

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि सहयोगी ‘जमीन पर, हवा में और समुद्र में’ नाटो की स्थिति को मजबूत करने के लिए सहमत होंगे।

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज 29वां दिन है और रूसी सेना ने अपने ताबड़तोड़ हमले जारी रखे हुए हैं। इस बीच उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) अपने पूर्वी हिस्से में तैनात बलों को बढ़ाने के लिए तैयार है। यह जानकारी नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने दी। रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष पर चर्चा करने के लिए नाटो के शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि सहयोगी ‘जमीन पर, हवा में और समुद्र में’ नाटो की स्थिति को मजबूत करने के लिए सहमत होंगे। पहला कदम चार नए नाटो युद्ध समूहों की तैनाती है, जिसमें बुल्गारिया, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं।
Advertisement
यूरोप में तैनात है एक लाख अमेरिकी सैनिक
नाटो के महासचिव ने बताया कि गठबंधन में सैकड़ों हजारों सहयोगी सैनिक हैं, जिनमें यूरोप में एक लाख अमेरिकी सैनिक और ज्यादातर गठबंधन के पूर्वी हिस्से में सीधे नाटो कमांड के तहत 40 हजार सैनिक शामिल थे। इन्हें प्रमुख वायु और नौसैनिक शक्ति का समर्थन प्राप्त है।
स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि सहयोगी अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए सहमत होंगे जिसमें साइबर सुरक्षा सहायता के साथ-साथ यूक्रेन को रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु खतरों से बचाने में मदद करने के लिए उपकरण शामिल हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की के बैठक को संबोधित करने की उम्मीद है।
सहयोगियों की रक्षा और बचाव के लिए तैयार हैं : स्टोलटेनबर्ग
स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि इस युद्ध में जैविक या रासायनिक हथियारों के किसी भी उपयोग के घातक परिणाम होंगे, जबकि इस बात पर जोर देते हुए कि नाटो किसी भी समय, किसी भी खतरे के खिलाफ सहयोगियों की रक्षा और बचाव के लिए तैयार हैं। नाटो द्वारा सैनिकों की तैनाती का फैसला उस समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद पोलैंड की यात्रा पर जाने वाले है जिसका रूस ने कड़ा विरोध किया है। नाटो शिखर सम्मेलन गुरुवार को ब्रुसेल्स में आयोजित किया जाएगा। यूक्रेन में युद्ध के खिलाफ पश्चिमी एकता के प्रदर्शन में, ब्रुसेल्स गुरुवार को जी7 और ईयू शिखर सम्मेलन की भी मेजबानी करेगा।

Advertisement
Next Article