Sudan Landslide News: सूडान में भूस्खलन से पूरा गांव तबाह, 1000 लोगों की मौत! बस एक बचा जीवित
Sudan Landslide News: देश ही नहीं दुनिया में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। दरअसल, सूडान के पश्चिमी दारफुर क्षेत्र के मार्रा पर्वत में स्थित तरासिन गांव में अचानक आए भीषण भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी है। इस हादसे में करीब 1,000 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह भूस्खलन लगातार कई दिनों तक भारी बारिश होने के बाद रविवार को हुआ। यह आपदा हाल के वर्षों की सबसे भयंकर प्राकृतिक घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
Sudan Landslide News: पूरा गांव तबाह, सिर्फ एक व्यक्ति जीवित
सूडान लिबरेशन मूवमेंट-आर्मी (SLM-A) की रिपोर्ट के अनुसार, तरासिन गांव के लगभग सभी निवासी इस हादसे का शिकार हो गए हैं। राहत और बचाव टीमों को अब तक सिर्फ एक व्यक्ति के जीवित होने की सूचना मिली है। गांव पूरी तरह से मलबे में दब गया है। स्थानीय लोगों और संगठनों का कहना है कि अब भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है।
Sudan News: अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील
राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सहायता मांगी गई है। स्थानीय मीडिया द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ के बीच का पूरा इलाका समतल हो गया है और वहां लोग मलबा हटाकर अपनों की तलाश कर रहे हैं।
सूडान में पहले से जारी है गृहयुद्ध
इस भूस्खलन के समय, सूडान पहले से ही गंभीर गृहयुद्ध की स्थिति से जूझ रहा है। अप्रैल 2023 से सूडानी सेना और अर्धसैनिक बल (RSF) के बीच संघर्ष जारी है। इस लड़ाई के कारण दारफुर और मार्रा पर्वत क्षेत्र तक राहत पहुंचाना बेहद मुश्किल हो गया है। युद्धग्रस्त हालात ने इस त्रासदी को और भी भयावह बना दिया है।
Sudan Hindi News: विस्थापितों की बढ़ती संख्या
मार्रा पर्वत क्षेत्र, जो एक ज्वालामुखी श्रेणी है और करीब 160 किलोमीटर लंबा है, अब तक हजारों विस्थापित परिवारों का आश्रय स्थल बन चुका है। यह क्षेत्र राजधानी खार्तूम से लगभग 900 किलोमीटर दूर है और यहां कई विद्रोही संगठन सक्रिय हैं। SLM-A, जो इस आपदा की जानकारी दे रहा है, का किसी भी पक्ष से सीधा संबंध नहीं है।
सूडान की मौजूदा स्थिति बेहद खराब
सूडान में जारी संघर्ष में अब तक 40,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1.4 करोड़ से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। देश के कई हिस्सों में भुखमरी की हालत है और लोग जिंदा रहने के लिए घास तक खाने को मजबूर हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने नरसंहार, बलात्कार और जातीय हिंसा जैसी गंभीर घटनाओं की रिपोर्ट दी है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने युद्ध अपराधों की जांच भी शुरू कर दी है।
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