अमित शाह की बयानबाजी झूठ और हास्यास्पद - अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद पलटवार करते हुए शनिवार को शाह की बयानबाजी को झूठ व हास्यास्पद बताया।
12:53 AM Sep 11, 2022 IST | Shera Rajput
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद पलटवार करते हुए शनिवार को शाह की बयानबाजी को झूठ व हास्यास्पद बताया।
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गहलोत ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को मिले जन समर्थन से भाजपा बौखला गई है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री शाह शनिवार को गहलोत के गृह नगर जोधपुर में थे। जहां उन्होंने भाजपा बूथ अध्यक्षों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुस्लिम चरमपंथियों द्वारा उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल की हत्या और करौली हिंसा को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस केवल वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति कर सकती है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी चुनाव में कांग्रेस की सरकार को ‘उखाड़ फेंकने’ को कहा।
गहलोत ने देर शाम जारी बयान में कहा, ‘‘यह बेहद आश्चर्य की बात है कि आज जोधपुर में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जो बयान दिए हैं वो तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। देश की जनता गृह मंत्री के तौर पर उनके भाषण में तथ्यात्मक बातें होने की उम्मीद करती है क्योंकि उन्हें जो इनपुट सरकारी अधिकारियों, खुफिया विभाग एवं भाजपा नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा उपलब्ध करवाए जाएं वो सत्य होने चाहिए परन्तु इस भाषण में ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें तथ्य बताए ही नहीं गए। इसी कारण उन्होंने झूठ से परिपूर्ण भाषण दिया।’’
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गहलोत ने कहा, ‘‘शाह गृह मंत्री के साथ देश के सहकारिता मंत्री भी हैं। जयपुर में उत्तरी राज्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में उन्होंने कहा था कि राजस्थान एवं गुजरात के लोग सहकारिता के नाम पर हुए घोटालों के सबसे अधिक पीड़ित हैं। पश्चिमी राजस्थान के लोगों को आशा थी कि वो सहकारिता के नाम पर वहां के लोगों के साथ हुए संजीवनी, आदर्श इत्यादि घोटालों पर बात करेंगे और पीड़ितों को राहत दिलवाने का काम करेंगे परन्तु ऐसा नहीं हुआ।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के किसानों को आशा थी कि गृह मंत्री राजस्थान आए हैं तो वह पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के प्रधानमंत्री के वादे को पूरा करने की बात कहेंगे मगर आश्चर्य की बात है कि उन्होंने इसपर एक शब्द नहीं बोला।
शाह ने अपने संबोधन में गहलोत सरकार पर भी तीखे वार किए और चुनावी वादों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, ‘‘गहलोत साब जोधपुर के ही हैं मैं उनके गांव में आकर बोलता हूं। गहलोत जी ध्यान से सुनिएगा आपके वादे याद कराने आया हूं।’’
शाह ने कहा, ‘‘(आपने) 2018 में राहुल गांधी के साथ जो वादे किए थे, पांच साल होने आए हैं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आपका हिसाब मांगती है। क्या हुआ… 10 दिन के अंदर किसानों का ऋण माफ करने का क्या हुआ? युवाओं को 3,500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का क्या हुआ? 20 लाख युवाओं को रोजगार देने का क्या हुआ? आप नहीं दे सकते… ।’’
गहलोत ने इसके जवाब में अपनी सरकार की विभिन्न कदमों व योजनाओं का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमारी सरकार ने चिरंजीवी योजना शुरू की है जिसमें राजस्थान के हर परिवार को 10 लाख रुपये तक का कैशलेस बीमा तथा 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिल रहा है जो पूरे देश में अन्य किसी राज्य नहीं है। मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना शुरू कर किसानों को 1000 रुपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी है जिससे करीब 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। हमारी पार्टी ने किसान कर्जमाफी का वादा सरकार में आने के तीसरे दिन ही पूरा कर सहकारी बैंकों से करीब 21 लाख किसानों की 8000 करोड़ रुपये की कर्जमाफी की।’’
साथ ही गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्ज माफ करने के लिए केन्द्र सरकार को कई दफा ‘वन टाइम सेटलमेंट’ के लिए पत्र लिखे परन्तु वहां से कोई जवाब नहीं आया। मोदी सरकार बड़े पूंजीपतियों के कर्ज माफ करने में व्यस्त रहती है इसलिए किसानों की ओर ध्यान नहीं गया होगा।’’
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