पूर्व भारतीय कप्तान ने Rishabh Pant की कप्तानी को बताया खराब
Anil Kumble Statement: भारत और साउथ अफ़्रीका ke भी गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ अपनी और मजबूत कर ली। पहले दिन का खेल समाप्त होते वक्त साउथ अफ्रीका का स्कोर 246/6 था, लेकिन दूसरे दिन उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से भारतीय गेंदबाजों को कड़ी टक्कर दी। सुबह के session में, Senuran Muthusamy और Kyle Verreynne ने बहुत धैर्य से बल्लेबाजी की और मिलकर 69 रन जोड़े, इस दौरान भारत को कोई विकेट नहीं मिला। बाद में, Muthusamy ने शतक पूरा किया और Marco Jansen ने 93 रन बनाकर टीम को 489 रन तक पहुंचाया। इसके बाद South अफ़्रीका के सभी विकेट गिर गए। दिन के अंत तक, भारत का स्कोर 9/0 था, जिसमें यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल नाबाद थे।
Anil Kumble Statement: भारत के गेंदबाजों को नहीं मिली सफलता, कप्तानी पर उठे सवाल
भारत के गेंदबाजों के लिए पहले सत्र में कोई सफलता नहीं मिली। इस पर पूर्व खिलाड़ी और कोच Anil kumble ने भारतीय कप्तान ऋषभ पंत की कप्तानी पर सवाल उठाए। Anil kumble का कहना था कि शुरुआत में भारतीय टीम को ज्यादा आक्रामक होना चाहिए था, जो कि उस समय नहीं दिखा। Anil kumble ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “मुझे लगता था कि वे शुरुआत में थोड़ा और आक्रामक हो सकते थे। हमें यह बदलाव चाय से पहले आखिरी ओवर में देखने को मिला, जब उन्होंने शॉर्ट लेग और सिली प्वाइंट जैसे फील्डर लाए। पिच स्पिनरों के लिए शायद उतना मददगार नहीं है, लेकिन फिर भी आपको कुछ नया करने की कोशिश करनी चाहिए।”
कुंबले ने यह भी कहा कि South Africa के बल्लेबाजों ने बहुत अच्छा खेला। “मुथुसामी और काइल वेर्रेने दोनों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने अपने पैरों का सही तरीके से उपयोग किया। इसका मतलब सिर्फ बाहर निकलने से नहीं है, बल्कि क्रीज के अंदर और बाहर खेलना भी है,” कुंबले ने कहा।
Anil Kumble Statement: भारत की आदतें और पिच की चुनौती
Anil Kumble ने यह भी कहा कि भारत की आदतें, जो कि स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर खेलने की हैं, उनके संघर्ष का एक बड़ा कारण हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी पिच पर जहां कुछ भी खास नहीं हो रहा, बल्लेबाज को शॉट खेलने के लिए मजबूर करना चाहिए, ताकि विकेट
लेने का मौका बने। “जब फील्ड को आगे लाते हो, तो बल्लेबाज शॉट खेलने के लिए मजबूर होते हैं। हमने यह देखा जब बावुमा, वियां मुल्डर और स्टब्स जैसे बल्लेबाज शॉट खेलने की कोशिश कर रहे थे।”
कुंबले ने आगे कहा, “अगर आप शुरुआत से ही लॉन्ग-ऑफ, लॉन्ग-ऑन और डीप कवर जैसी फील्डिंग पोजीशन्स रखते हैं, तो बल्लेबाज को आराम मिलता है। भारत शायद उन पिचों पर खेलने के आदी नहीं है, जहां विकेट जल्दी नहीं गिरते। वे ज्यादा तर स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर खेलने के आदी हैं, जहां गेंद स्पिन करती है। ऐसे में फील्ड पोजीशन उतना मायने नहीं रखती - बस बैट्समैन के पास फील्डर्स रखें और इंतजार करें। लेकिन इस पिच पर, भारत को दबाव बनाने के लिए फील्डिंग में बदलाव करने की जरूरत है।”
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