कनाडा के पीएम पद की रेस से बाहर हुईं अनीता आनंद
अनीता आनंद ने लिबरल पार्टी की अगली नेता बनने की दौड़ छोड़ी
अनीता आनंद कनाडा के प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को बाहर कर लिया है। साथ ही इस साल होने वाले चुनाव में लड़ने से भी मना कर दिया है। अनीता ने इसकी जानकारी एक्स पर एक लेटर पोस्ट कर दी है। अपने लेटर में उन्होंने लिखा- आज मैं घोषणा कर रही हूं कि मैं कनाडा की लिबरल पार्टी की अगली नेता बनने की दौड़ में शामिल नहीं होऊंगी और ओकविले के लिए संसद सदस्य के रूप में फिर से चुनाव नहीं लड़ूंगी।
इस बीच, दो अन्य प्रमुख नेता विदेश मंत्री मेलानी जोली और वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर होने का फैसला किया है। एक्स पर अनीता आनंद ने कहा, अब जब प्रधानमंत्री ने अपने अगले अध्याय की शुरुआत का निर्णय लिया है, तो मैंने भी तय किया है कि मेरे लिए भी यह सही समय है। मैं अब अपने पुराने पेशेवर जीवन में, जो शिक्षण, अनुसंधान और सार्वजनिक नीति विश्लेषण से जुड़ा था, लौटना चाहती हूं।
कौन है अनीता आनंद ?
व्यवसाय और वित्त कानून की विशेषज्ञ अनीता आनंद टोरंटो विश्वविद्यालय में स्थायी कानून प्रोफेसर थीं। राजनीति में आने से पहले 2019 में ओंटारियो के ओकविले से सांसद बनने से पहले उन्होंने अमेरिका के येल विश्वविद्यालय में विजिटिंग लेक्चरर के रूप में काम किया था। अपने बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, मेरे पहले चुनाव अभियान के दौरान, कई लोगों ने मुझसे कहा कि भारतीय मूल की एक महिला ओकविले, ओंटारियो से निर्वाचित नहीं हो सकती। फिर भी, ओकविले ने 2019 के बाद से दो बार मेरे साथ खड़ा होकर मुझे समर्थन दिया, यह एक सम्मान है जिसे मैं हमेशा अपने दिल में संजोकर रखूंगी। उनके पिता, एस.वी. आनंद, तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानी वी.ए. सुंदरम के बेटे थे। उनकी मां, सरोज राम, पंजाब से थीं और दोनों डॉक्टर थे, जिन्होंने कनाडा में आकर बसने का फैसला किया था।