Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

अंकिता रैना तीन स्थान ऊपर चढ़ी

महिलाओं की युगल रैंकिंग में अंकिता रैना 164वें स्थान पर है और वह 24 साल की प्रार्थना थोंबारे के बाद दूसरी शीर्ष भारतीय है।

12:44 PM Feb 05, 2019 IST | Desk Team

महिलाओं की युगल रैंकिंग में अंकिता रैना 164वें स्थान पर है और वह 24 साल की प्रार्थना थोंबारे के बाद दूसरी शीर्ष भारतीय है।

नई दिल्ली : भारतीय टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना ने सोमवार को जारी डब्ल्यूटीए एकल रैंकिंग में तीन स्थानों के सुधार के साथ करियर की सर्वश्रेष्ठ 165वीं रैंकिंग हासिल की जबकि पुरूषों में प्रजनेश गुणेश्वरन एक स्थान के नुकसान के साथ 103वें स्थान पर खिसक गये। पिछले सप्ताह 168वें स्थान पर काबिज 26 साल की भारतीय खिलाड़ी के नाम 346 रेटिंग अंक है। शीर्ष दो सौ खिलाड़ियों में अंकिता इकलौती भारतीय है।

उनके बाद करमन कौर थांडी (211) और प्रांजला यादलापल्लि (293) का नंबर आता है। महिलाओं की युगल रैंकिंग में अंकिता 164वें स्थान पर है और वह 24 साल की प्रार्थना थोंबारे के बाद दूसरी शीर्ष भारतीय है। प्रार्थना रैंकिंग में 145वें स्थान पर काबिज है लेकिन इस खिलाड़ी को पिछले सप्ताह के मुकाबले पांच स्थानों का नुकसान हुआ है। शीर्ष दो सौ में करमन भी शामिल है जो 189वें पायदान पर है।

प्रजनेश ने पिछले सप्ताह करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की थी लेकिन पुरुषों की नवीनतम एटीपी रैंकिंग में वह एक पायदान खिसक कर 103वें स्थान पर आ गये है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पहले दौर से बाहर होने वाले 29 साल के इस भारतीय के नाम 550 रेटिंग अंक है।रामकुमार रामनाथन (133वां स्थान) इस रैंकिंग में प्रजनेश के बाद दूसरे शीर्ष भारतीय है।

चोट के कारण कोर्ट से बाहर चल 26 साल के युकी भांबरी की फिर से नुकसान हुआ हैं और वह 151वें से 152वें स्थान पर खिसक गये है। शीर्ष 300 में साकेत मायनेनी(260) और युवा खिलाड़ी शशी कुमार मुकुंद (293) भी शामिल है। एटीपी युगल रैंकिंग में रोहन बोपन्ना 2095 रेंटिंग अंक के साथ 37वें और दिविज शरण 40वें स्थान पर है।

शीर्ष 100 रैंकिंग में जीवन नेंदुचेझियान (तीन स्थानों के नुकसान के साथ 79वीं रैंकिंग) और लिएंडर पेस (चार स्थान के नुकसान के साथ 82वां स्थान) भी शामिल हैं। युगल में इसके बाद पूरव राजा (103), श्रीराम बालाजी (107) और विष्णु वर्धन (136) का स्थान है।

Advertisement
Advertisement
Next Article