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2023 चुनाव पर अशोक गहलोत की पैनी नजर, कहा- जातियों के आधार पर कोई भी सीएम नहीं बनता

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि जाति के आधार पर कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सेवा ही कर्म व धर्म है’ के संकल्प के साथ वह राज्य की हर कौम की सेवा करना चाहते हैं।

07:07 PM Dec 28, 2022 IST | Desk Team

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि जाति के आधार पर कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सेवा ही कर्म व धर्म है’ के संकल्प के साथ वह राज्य की हर कौम की सेवा करना चाहते हैं।

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने औपचारिक रूप से स्पष्ट किया कि कोई भी मुख्यमंत्री जाति के आधार पर  राज्य का सर्वोच्च नेता नहीं बनता है। इसके साथ ही स्पष्ट किया कि सेवा ही कर्व व धर्म है… के संकल्प के साथ वह राज्य की हर कौम की सेवा करना चाहते हैं। गहलोत ने नदबई भरतपुर में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने इस कार्यक्रम के कुछ अंश सोमवार को ट्वीट किए। इनमें वह कार्यक्रम में कह रहे हैं, ‘‘आज मैं मुख्यमंत्री हूं, मैं चाहता हूं कि हर कौम की सेवा करूं, चाहे वो जाट हों, गुर्जर हों, राजपूत हों, कुशवाहा हों, जाटव हों, ब्राह्मण हों, बनिया हों, मीणा हों, जो भी कौम के लोग हैं, कोई भी हों, क्योंकि मैं इस बात को जानता हूं कि जातियों के आधार कोई मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं।’’
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अपने तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री होने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि आज मैं मुख्यमंत्री हूं, अगर छत्तीसों कौम मुझसे प्यार नहीं करतीं, मुझे आशीर्वाद नहीं देतीं, तो मुझे कैसे मुख्यमंत्री बनाया जाता 3-3 बार…।’’ गहलोत के बयान को जाहिर तौर पर गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की लोगों की मांग के संदर्भ में देखा जा रहा है। 
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच खींचतान देखी गई थी। 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की जीत के बाद से ही गहलोत और पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर टकराव चल रहा है। हालांकि, हाल ही की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी के सभी नेताओं ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की थी। राज्य विधानसभा में अपनी जाति का एक ही विधायक होने का जिक्र भी गहलोत ने किया। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे बड़ी बात ये है कि मेरी जाति सैनी कहलाती है, कुशवाहा कहलाती है, माली कहलाती है। मेरी जाति का एक ही एमएलए है असेंबली के अंदर, एक ही है और वो मैं खुद ही हूं.. मैं कई बार सोचता रहता हूं खुद भी, कि मैं कितना सौभाग्यशाली हूं कि राजस्थान की जनता ने मुझे, मेरी कौम का एक एमएलए मैं खुद ही हूं, तब भी आप लोगों ने मुझे 3-3 बार मुख्यमंत्री बनाया है।’’
गहलोत ने आगे कहा, ‘‘मुझसे बड़ा सौभाग्यशाली व्यक्ति कोई हो सकता है क्या जिसको जनता ने इतना प्यार दिया, विश्वास किया हाईकमान ने, मैं इंदिरा गांधी जी के साथ में मंत्री था, राजीव गांधी के साथ में मंत्री था, नरसिम्हा राव जी के साथ में मंत्री था, 3 बार केंद्रीय मंत्री, 3 बार प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष रहा …3 बार मैं कांग्रेस महामंत्री और 3 बार मुख्यमंत्री रहा।’’ मुख्यमंत्री के अनुसार, ‘‘इतना विश्वास मुझ पर हाईकमान कर रहे हैं, इसलिए कर रहे हैं कि राजस्थान के लोगों का प्यार, दुलार, आशीर्वाद मेरे साथ में है और मैंने संकल्प ले रखा है.. अंतिम सांस तक जो मेरा सेवा करने का संकल्प है कि सेवा ही कर्म है, सेवा ही धर्म है।’’उन्होंने कहा कि वह राजस्थान को सुशासन व विकास देने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम व्यक्ति, जो गांधी जी ने कहा था उसी ढंग से मेरा प्रयास रहेगा कि राजस्थान के हर गरीब के आंसू पोंछूं, चाहे कोई कौम का हो, कोई धर्म का हो, चाहे कोई भी हों। मेरा फर्ज बनता है कि मैं वो सुशासन दूं राजस्थान में जिससे सबका भला हो और राजस्थान का विकास हो।’’
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