हरियाणा बॉर्डर पर यूपी किसानों की धान से भरी ट्रालियां पुलिस ने रोकी, भाकियू ने सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप
Baghpat News: रविवार सुबह यूपी के बागपत जिले के कई किसान अपनी धान की फसल लेकर हरियाणा की मंडियों में बेचने जा रहे थे। लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित छपरौली टांडा पुल पर ही रोक दिया। सुबह 5 बजे से किसान अपनी धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ वहीं फंसे रहे। इससे मौके पर जाम की स्थिति बन गई और किसानों में भारी नाराजगी फैल गई।
Baghpat News: 'हरियाणा सरकार कर रही है भेदभाव'
किसानों का कहना है कि हरियाणा सरकार हर साल यूपी के किसानों के साथ भेदभाव करती है। जब भी वे अपनी फसल मंडियों में बेचने के लिए हरियाणा पहुंचते हैं, तब पुलिस उन्हें रोक देती है। इस बार भी जब किसानों ने धान बेचने की तैयारी की, तभी पुलिस ने बॉर्डर पर नाकेबंदी कर दी। किसान नरेंद्र, यशवीर, अनुज, प्रजापति, हरवीर सिंह, शिवम कुमार और आनंद कुमार ने बताया कि वे सुबह से सड़क पर खड़े हैं, लेकिन उन्हें मंडियों में जाने नहीं दिया जा रहा। इस कार्रवाई से किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि धान मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही है।

Baghpat News Today: हरियाणा की मंडियों में बेहतर दाम
पश्चिमी यूपी के जिले जैसे बागपत, शामली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर के किसान हर साल अपनी फसल हरियाणा की मंडियों में बेचते हैं। उनका कहना है कि हरियाणा में धान की खरीद दर यूपी की तुलना में ज्यादा होती है और पेमेंट भी समय पर मिलता है। इसलिए वे अपनी फसल हरियाणा में बेचने को प्राथमिकता देते हैं। इस बार भी किसान हथिनीकुंड बैराज और छपरौली टांडा पुल के रास्ते हरियाणा जाने निकले थे, लेकिन पुलिस ने सीमा पर रोक लगा दी।
भाकियू का सरकारों पर निशाना
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय महासचिव संजय दांगी ने कहा कि दोनों राज्यों में एक ही पार्टी की सरकार होने के बावजूद किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें किसानों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने का काम कर रही हैं। भाकियू ने चेतावनी दी है कि अगर यूपी के किसानों को तुरंत मंडियों में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो संगठन बड़े आंदोलन की तैयारी करेगा।

किसानों में आक्रोश और प्रशासन पर सवाल
किसानों का कहना है कि पुलिस की इस कार्रवाई से उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। कई ट्रॉलियां पूरी रात सड़क पर खड़ी रहीं, जिससे फसल खराब होने का खतरा भी बढ़ गया है। मौके पर मौजूद किसानों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उन्हें हरियाणा की मंडियों में फसल बेचने की अनुमति दी जाए, ताकि उनकी मेहनत पर पानी न फिरे।
(रिपोर्ट:-मेहंदी हसन, बागपत)
यह भी पढ़ें: गन्ना किसानों का दर्द, मलकपुर चीनी मिल पर 184 करोड़ का बकाया, रालोद की चुप्पी पर उठे सवाल

Join Channel