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बजरंग, रवि कुमार ने स्वर्ण पदक जीते

बजरंग ने शनिवार रात 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में अमेरिका के जोर्डन माइकल ओलिवर के खिलाफ शानदार वापसी करते हुए 4-3 से जीत हासिल की।

09:24 AM Jan 20, 2020 IST | Desk Team

बजरंग ने शनिवार रात 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में अमेरिका के जोर्डन माइकल ओलिवर के खिलाफ शानदार वापसी करते हुए 4-3 से जीत हासिल की।

रोम : भारतीय स्टार पहलवान बजरंग पूनिया हालांकि अपने सर्वश्रेष्ठ के करीब नहीं रहे लेकिन उन्होंने और रवि कुमार दहिया ने यहां रोम रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में अपने वजन वर्गों में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक वर्ष में शानदार शुरूआत की। बजरंग ने शनिवार रात 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में अमेरिका के जोर्डन माइकल ओलिवर के खिलाफ शानदार वापसी करते हुए 4-3 से जीत हासिल की। रवि अपने नियमित 57 किग्रा के बजाय 61 किग्रा वर्ग में भाग ले रहे हैं। 
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उन्होंने शनिवार की रात फाइनल में कजाखस्तान के नुरबोलाट अब्दुलीयेव पर 12-2 से जीत हासिल कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सोनीपत के 23 साल के इस पहलवान ने मोलदोवा के एलेक्सांद्रू चिरतोआका और कजाखस्तान के नुरीस्लाम सानायेव पर शानदार जीत के बाद फाइनल दौर में प्रवेश किया था। भारत ने इस तरह टूर्नामेंट से सात पदक हासिल किये। विनेश फोगाट और अंशु मलिक ने महिला स्पर्धा में अपने वजन वर्गों में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किया था। 
वहीं ग्रीको रोमन में गुरप्रीत सिंह (82 किग्रा) ने स्वर्ण, सुनील कुमार (97 किग्रा) ने रजत जबकि सजन भानवाल (77 किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल किया था। बजरंग ने स्वीकार किया कि वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं थे। उन्होंने कहा कि मुकाबले करीबी थे, यह सत्र का पहला ही टूर्नामेंट था इसलिये मैं इतना फुर्तीला नहीं था। टूर्नामेंट में जाने से पहले मुझे लग रहा था कि मेरा प्रदर्शन थोड़ ऊपर नीचे हो जायेगा। उन्होंने कहा कि लेकिन करीबी मुकाबले होना चिंता की बात नहीं है, यह अच्छा है। 
इससे मैं सतर्क रहता हूं और अपनी कमियों पर विचार करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। बजरंग के व्यक्तिगत कोच शाको बेनटिनिडिस रोम में उनके साथ नहीं थे, इससे भी भारती पहलवान के प्रदर्शन पर असर पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्हें वीजा संबंधित कुछ मुद्दे थे, इसलिये वह मेरे साथ नहीं हो पाये। उनकी अनुपस्थिति से भी मेरे प्रदर्शन पर असर पड़ा। मैचों के दौरान मुझे उनके मार्गदर्शन की काफी कमी खली। 
भारत के तोक्यो ओलंपिक में पदक के प्रबल दावेदार 25 साल के बजरंग के खिलाफ मुकाबले में हारने के बाद ओलिवर ने ट्वीट करते हुए स्वीकार किया कि यह मेरी रात नहीं थी। अमेरिकी पहलवान ने बजरंग की प्रतिस्पर्धी जज्बे की प्रशंसा की।
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