Bangladesh में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ असम में निकाली गई रैली
Bangladesh: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा के खिलाफ रविवार को असम के करीमगंज जिले में एक रैली निकाली गई। रैली में काफी ज्यादा लोग जुड़े और बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा की मांग की।
Highlights
- Bangladesh में अत्याचार के खिलाफ असम में निकाली गई रैली
- Bangladesh में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार
- विरोध प्रदर्शन में घटना से बचने के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा
हिंदू सुरक्षा वाहिनी ने जिला मुख्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन
हिंदू सुरक्षा वाहिनी नामक संगठन के सदस्यों ने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और रैली निकाली। रैली में लगभग 1,000 लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि बांग्लादेश(Bangladesh) में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के हटने के बाद वहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा, हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि वह बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार से बातचीत कर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां व बैनर लिए बांग्लादेश चलो के नारे लगा रहे थे।
विरोध प्रदर्शन में घटना से बचने के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा
करीमगंज जिला प्रशासन ने विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए विभिन्न स्थानों पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं और सुरक्षा बढ़ा दी। करीमगंज बांग्लादेश के साथ 110 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। इसमें लगभग चार किलोमीटर लंबी नदी सीमा भी शामिल है।
Bangladesh में अशांति के बाद निर्यात-आयात का कारोबार बंद
जिला आयुक्त मृदुल यादव ने बताया, नदी सीमा पर कोई बाड़ नहीं है। हालांकि, बाकी सीमा बाड़ लगाकर अच्छी तरह सुरक्षित है। जिले में बांग्लादेश के साथ व्यापार के लिए सुतारकंडी क्षेत्र में एक एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) है। लेकिन अशांति के बाद कुछ दिनों से निर्यात-आयात का कारोबार बंद है। सुतारकंडी से बांग्लादेश(Bangladesh) को कोयला और संतरे का निर्यात किया जाता रहा है। पड़ोसी देश से शीतल पेय और अन्य सामग्री इसी मार्ग से आयात की जाती है।
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