'मौलाना यह भूल गया कि राज्य में किसकी सरकार है...', बरेली में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा पर CM योगी के सख्त तेवर
Bareilly Violence on CM Yogi: उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद हिंसा भड़क उठी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़, पथराव और यहां तक कि पुलिस पर फायरिंग भी की। यह बवाल ‘आई लव मोहम्मद’ कैंपेन को लेकर निकाले गए जुलूस के दौरान हुआ। इस मामले में अब तक पुलिस ने 10 एफआईआर दर्ज की हैं और कई लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं अब इस पूरे मामले पर सीएम योगी का बयान सामने आया है।
Bareilly Violence on CM Yogi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीएम योगी ने कहा कि बरेली में एक मौलाना यह भूल गया कि राज्य में किसकी सरकार है। उसे लगा कि वह जब चाहे कानून-व्यवस्था को ठप कर सकता है, लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि न तो कर्फ्यू लगेगा और न ही कोई नाकाबंदी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि, "हमने जो सख्त कदम उठाए हैं, उससे भविष्य में कोई भी दंगा करने से पहले दो बार सोचेगा। 2017 से पहले राज्य में दंगे आम बात थे, लेकिन हमारी सरकार ने ऐसे हालात पर रोक लगाई है।"

Bareilly Violence News: पिछली सरकारों पर CM योगी का निशाना
सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले दंगाइयों को सम्मानित किया जाता था, उन्हें मुख्यमंत्री आवास बुलाया जाता था। माफियाओं और अपराधियों के सामने सरकार झुकती थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ नेता तो माफियाओं के कुत्तों से हाथ मिलाकर गर्व महसूस करते थे।

प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद से ही पुलिस एक्शन में है और बड़ी संख्या में आरोपियों की पहचान की जा रही है।

Bareilly Violence: तौकीर रजा गिरफ्तार
इस मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने हिरासत में लिया है। शुरुआत में उन्हें उनके घर में नजरबंद किया गया था। बाद में उन्हें देर रात फाइक एन्क्लेव से एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ के लिए ले जाया गया। पुलिस अब उनके और उनके समर्थकों के मोबाइल फोन की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हिंसा में उनकी क्या भूमिका थी। संभावना जताई जा रही है कि उन्हें जल्द ही औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने अब तक इस हिंसा के मामले में 39 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 1700 अज्ञात लोगों और कुछ नामजद व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।