बिहार में JDU को बड़ा झटका, मंगनी लाल मंडल की RJD में घर वापसी
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू को बड़ा झटका लगा है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू को बड़ा झटका लगा है और आरजेडी के कुनबे में बढ़ोतरी हुई है। पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल ने जेडीयू से अपना नाता तोड़ते हुए आरजेडी में घर वापसी की है। मंगनी लाल मंडल शुक्रवार को आरजेडी में शामिल हो गए। नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। तेजस्वी यादव ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व का पल है कि हमारे अभिभावक और पिता जी के सहयोगी रहे मंगनी लाल मंडल फिर से पार्टी में शामिल हो गए हैं। मंगनी लाल मंडल के आने से पार्टी को लाभ होगा ही, साथ ही उनके अनुभव से हम समाजवादी युवा बिहार में समाजवाद को और भी ऊंचा उठा सकेंगे।
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रदेश के वरीय समाजवादी नेता आदरणीय श्री मंगनी लाल मंडल जी की पुन: घर वापसी पर आज राजद की सदस्यता दिलाई। उनका तहेदिल से राजद परिवार में स्वागत करते है। #TejashwiYadav #Madhubani pic.twitter.com/G1fYzVRXVV
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 17, 2025
अपने पुराने घर में लौट कर खुश हूं- मंगली लाल
मंगनी लाल मंडल को पार्टी में एक अहम भूमिका दी जाएगी। उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। वहीं, आरजेडी में शामिल होने के बाद मंगनी लाल मंडल ने कहा कि वह अपने पुराने घर में वापस लौटकर काफी खुश हैं। पार्टी के संस्थापक लालू यादव उनके नेता रहे हैं और वह हमेशा उनके सहयोगी रहे हैं। लालू यादव के साथ उनका संबंध गहरा था। जेडीयू पर हमला करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि वह पांच साल तक जेडीयू में उपाध्यक्ष और सचिव रहे, लेकिन पार्टी में उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि जेडीयू में कार्यकर्ताओं के साथ धोखा किया जाता है और खासकर अति पिछड़ों के साथ नाइंसाफी की जाती है।
मंगनी लाल ने तेजस्वी यादव की तारीफ की
जेडीयू अब सिर्फ कुछ लोगों द्वारा चलाई जा रही है और अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए मंगनी लाल मंडल ने कहा कि तेजस्वी यादव के प्रयासों से बिहार में जातीय गणना और सरकारी नौकरियों में सुधार हुआ है, जिससे समाज के पिछड़े वर्ग को काफी लाभ हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू में अब सिर्फ साढ़े तीन आदमी हैं, जो पार्टी चला रहे हैं और दलित, अति पिछड़ा वर्ग पार्टी के अंदर भी खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है।