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CAA के पक्ष में औरंगाबाद में भाजपा ने निकाली रैली

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस), और राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (आरएसएम) ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया।

03:41 PM Dec 25, 2019 IST | Shera Rajput

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस), और राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (आरएसएम) ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस), और राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (आरएसएम) ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया। 
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महाराष्ट्र के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे, विधायक अतुल सावे, आरएसएम अधिवक्ता आशीष, संयोजक एडवोकेट सुनील चावरे, अरविंद केन्द्रे और डॉक्टर भागवत कराड के अलावा हजारों कार्यकर्ताओं ने रैली में भाग लिया। 
रैली क्रांती चौक से शुरू होकर सतीश पेट्रोल पंप, स्वामी विवेकानंद कॉलेज, सावरकर प्रतिमा से होते हुए अंत में औरंगपुरा के महात्मा फुले चौक पर पहुंची। 
रैली मे शामिल लोग भाजपा सरकार और सीएए का समर्थन करने वाले संदेशों की तख्तियों में ‘‘वंदे मातरम’’, ‘‘भारत माता की जय’’ और ‘‘महात्मा फुले जिंदाबाद’’ के नारे लिखे हुए थे। 
पांच पाकिस्तानी शरणार्थी, जो पिछले 15 वर्षों से इस शहर में रह रहे हैं और भारतीय नागरिकों के रूप में मान्यता पाने की कगार पर थे वे भी इस रैली में शामिल थे। उनमें से एक ने सीएए लाने के लिए पीएम नरेंद, मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया। 
श्री बागड़ ने कहा कि 1955 में संसद में कानून पेश किया गया था और 11 साल बाद शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रस्ताव रखा था। 
उन्होंने कहा कि नए संशोधन के अनुसार, नागरिकता छह साल में मिल जाएगी। शिवसेना पर आरोप लगाते हुए उन्होंने टिप्पणी की कि और कहा कि जब 1995 में शिवसेना-भाजपा की सरकार थी तब बांग्लादेशी नागरिकों को बाहर निकाल दिया गया था। क्या वे इसे कांग्रेस के साथ जाने के बाद भूल गए हैं।
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