Tabu का भांजा, Dara Singh का पोता — बॉलीवुड को शायद मिल गया है अगला एक्शन हीरो
बॉलीवुड में अक्सर विरासत को प्रतिभा से ऊपर रखा जाता है, लेकिन कभी-कभी कोई ऐसा भी आता है जो दोनों का संतुलन बड़े ही सलीके से साधता है। इस हफ्ते इंस्टाग्राम पर जो नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा, वो है — (Fateh Randhawa) 80 के दशक की मशहूर अदाकारा फ़रहा नाज़ (Farah Naaz) के बेटे, दमदार अदाकारा तब्बु (Tabu) के भांजे और रेसलर व सुपरस्टार दारा सिंह (Dara Singh) के पोते फ़तेह की फिल्मी विरासत बेमिसाल है। मगर लोगों की नज़र सिर्फ उनके नाम या रिश्तों पर नहीं, बल्कि उस स्क्रीन प्रेज़ेंस पर भी जा रही है जो वो कैमरे के सामने लाते हैं।
बिहाइंड-द-सीन वीडियो हुआ वायरल
हाल ही में एक फोटोशूट का बिहाइंड-द-सीन वीडियो वायरल हुआ, जिसमें फ़तेह अपनी जबरदस्त फिटनेस और आत्मविश्वास के साथ नज़र आते हैं। उनकी इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल पर नज़र डालें तो पता चलता है कि ये सिर्फ बॉडी नहीं है — फ़तेह ने जैकी चैन स्टंट टीम के साथ ट्रेनिंग की है, सिलंबम में राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीते हैं और FRST Foundation नाम की एक संस्था चलाते हैं जो भारत के नेत्रहीन और दृष्टिबाधित लोगों को मुफ्त में सेफ्टी गियर उपलब्ध कराती है।
दारा सिंह की बायोपिक
दिलचस्प बात ये है कि कुछ पुरानी खबरों में दारा सिंह की बायोपिक की चर्चा हो चुकी है — और अगर यह फिल्म बनती है, तो ऐसे अभिनेता की ज़रूरत होगी जो न सिर्फ दारा सिंह जैसे दिखे, बल्कि उनके जीवन को भीतर से समझे भी। फ़तेह की कद-काठी, फाइटिंग स्किल और पारिवारिक संबंधों को देखें तो फिल्म इंडस्ट्री में कई लोगों का मानना है कि वही इस रोल के लिए सबसे सटीक विकल्प हो सकते हैं। पर जो चीज़ फ़तेह को बाकियों से अलग बनाती है, वो है उनका शांत स्वभाव और मीडिया से दूरी। वो ना तो खबरों के पीछे भागते हैं, ना ही पैपराज़ी को बुलाते हैं। उनका सोशल मीडिया कम लेकिन सोच-समझ कर इस्तेमाल किया गया है — एक ऐसे इंसान का संकेत जो प्रदर्शन से ज़्यादा तैयारी में यकीन करता है।
जो सिर्फ किरदार नहीं निभाता
आज की सिनेमाई दुनिया को एक ऐसे नए एक्शन स्टार की तलाश है जो भारतीय जड़ों से जुड़ा हो लेकिन आधुनिक अनुशासन में भी निपुण हो। और फ़तेह उस ज़रूरत को पूरी तरह से पूरा करते हैं। वो सिर्फ दिखते नहीं हैं — वो जीते हैं उस किरदार को। कुछ सितारे जन्म से बनते हैं। कुछ मेहनत से — एक-एक रेप, एक-एक फ्रेम के साथ। और फ़तेह शायद अपने उस लम्हे के बहुत करीब हैं।