Psychological Thriller Film:145 मिनट की वो फिल्म, जिसे देखने के बाद लोगों की हालत हो गई थी खराब, कई दिनों तक छाया रहा खौफ का मंजर
26 साल पहले रिलीज हुई इस बॉलीवुड साइको थ्रिलर फिल्म ने हर दर्शक के पसीने छुड़ा दिए थे। इस फिल्म की कहानी और इसके विलेन ने लोगों में डर पैदा कर दिया था। यह फिल्म 1998 में रिलीज हुई थी। 145 मिनट की इस फिल्म ने लोगों में ऐसा खौफ पैदा किया कि लोग दिन में तो क्या रात में भी अकेले बाहर निकलने से डरते थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होते ही मेकर्स को मालामाल कर दिया। चलिए आपको बताते हैं इस फिल्म का नाम...
- फिल्म की कहानी और इसके विलेन ने लोगों में डर पैदा कर दिया
- विलेन बन इस एक्टर ने पर्दे पर बिखेरा जादू
कई फिल्मों में कुछ किरदार ऐसे होते हैं जिनकी एक्टिंग इतनी दमदार और खतरनाक होती है कि देखकर आपकी रातों की नींद उड़ जाती है। ऐसी ही एक फिल्म 26 साल पहले रिलीज हुई थी। इस फिल्म में दो सुपरस्टार थे लेकिन विलेन ने ऐसा मोर्चा संभाला कि दोनों सुपरस्टार बेबस हो गए। इस फिल्म को देखने के बाद लड़कियां भी काफी देर तक डरी रहीं। जानिए कौन सी है ये साइको थ्रिलर फिल्म।
फिल्म में संजय दत्त ने निभाया ये रोल
फिल्म में संजय दत्त ने एक अंधे व्यक्ति का किरदार निभाया है जो काजोल से प्यार करने लगता है। काजोल का डबल रोल है और विलेन आशुतोष उन्हें इतनी बेरहमी से मारता है कि जिसने भी वो सीन देखा वो अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पाया। काजोल अपनी बहन के कातिल का पता लगा लेती है। इसके बाद कहानी में जो ट्विस्ट आता है वो आपको एक पल के लिए भी अपनी सीट से उठने नहीं देगा।
विलेन बन इस एक्टर ने पर्दे पर बिखेरा जादू
दुश्मन आशुतोष की पहली फिल्म थी जिसने इंडस्ट्री में उनकी पहचान बनाई। यह फिल्म साल 1998 में रिलीज हुई थी। अगले ही साल 1999 में संघर्ष रिलीज हुई जिसमें उनका किरदार कुछ ऐसा ही था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोकुल पंडित का किरदार इतना मशहूर हुआ कि डायरेक्टर्स ने इसी तरह के साइको किलर किरदारों पर और फिल्में बनानी शुरू कर दीं। संघर्ष उसी का नतीजा था और आशुतोष का यह किरदार उस जादू को जगाने में कामयाब रहा। उन्हें स्क्रीन पर देखकर वाकई डर लगता था।
आशुतोष को नेगेटिव रोल के लिए मिला अवार्ड
इस फिल्म के लिए आशुतोष राणा को बेस्ट एक्टर इन ए नेगेटिव रोल कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड, जी सिने अवॉर्ड, सैन्सुई व्यूअर्स चॉइस अवॉर्ड और स्क्रीन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस फिल्म में काजोल ने सोनिया और नैना सहगल का डबल रोल निभाया था। वहीं संजय दत्त अंधे सैन्य अधिकारी मेजर सूरज सिंह राठौर की भूमिका में नजर आए थे।