जब रामानंद सागर की स्क्रिप्ट सुन इस एक्टर ने ठुकरा दी फिल्म, फिर धर्मेंद्र ने रोल कर किया धमाल
साल 1968 में फिल्म 'आंखें' आई जिसमें धर्मेंद्र लीड एक्टर थे और ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई पहले फिल्म ये किसी दूसरे स्टार को ऑफर हुई थी जिसने इस फिल्म को ठुकरा दिया। रामानंद सागर ने इस फिल्म को किसी और एक्टर को लेकर बनाने की सोची थी लेकिन इसे धर्मेंद्र ने पूरा किया।
- साल 1968 में फिल्म 'आंखें' आई जिसमें धर्मेंद्र लीड एक्टर थे।
- रामानंद सागर ने इस फिल्म को किसी और एक्टर को लेकर बनाने की सोची थी।
फिल्म के लीड एक्टर के लिए कोई और थी पहली पसंद
आपने अक्सर सुना होगा कि कोई फिल्म सुपरहिट हो गई, लेकिन उसमें काम करने वाले एक्टर मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे. ऐसा कई बार सुनने को मिला है कि मेकर्स उस फिल्म को किसी और को मन में लेकर फिल्म बनाने की सोचते हैं लेकिन जब वो एक्टर मना करता है तो दूसरे एक्टर को वो फिल्म ऑफर की जाती है। ऐसा ही कुछ लगभग 56 साल पहले आई फिल्म आंखें को लेकर भी हुआ था।
अगर इस एक्टर ने की होती हां तो 'आंखें' में ना होते धर्मेंद्र
ये किस्सा है साल 1967 के आस-पास का जब रामानंद सागर उस दौर के बेहतरीन कलाकार राज कुमार के घर अपनी फिल्म आंखें की स्क्रिप्ट लेकर गए थे। रामानंद सागर से स्क्रिप्ट सुनने के बाद राज कपूर ने अपने घर के पालतू डॉग को बुलाया और उससे पूछा, 'क्या तुम ये फिल्म करोगे?' रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही राज कपूर ने ऐसा उस डॉग के साथ किया तो वो इधर-उधर मुंह करने लगा। तब राज कुमार ने रामानंद सागर की तरफ देखते हुए कहा, 'देखो...मेरा कुत्ता भी इस फिल्म को नहीं करना चाहता, तो मैं कैसे करूं?'
रामानंद को लगा इस बात का बुरा
बताया जाता है कि रामानंद सागर को ये बात बहुत बुरी और वो वहां से अपने घर चले आए, इसके बाद रामानंद सागर राज कुमार के साथ कभी काम नहीं किए। किसी ने रामानंद सागर को सुझाव दिया कि वो धर्मेंद्र से बात करें. उस दौर में धर्मेंद्र का नाम भी खूब सुर्खियों में रहा करता था, उन्होंने ये फिल्म की और साल 1968 में फिल्म आंखें रिलीज हुई. ये फिल्म धर्मेंद्र की सफल फिल्मों की लिस्ट में शामिल हो गई.