Bomb Threat से दहला आगरा: दो स्कूलों को उड़ाने की धमकी, ईमेल ने बढ़ाई दहशत
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब दयालबाग क्षेत्र के दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला। यह Bomb Threat अंग्रेजी भाषा में था और स्कूलों को तत्काल खाली कराकर पुलिस व बम निरोधक दस्ते ने गहन तलाशी शुरू की।
हालांकि जांच के दौरान कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और बाद में स्कूलों को सुरक्षित घोषित कर दिया गया, लेकिन इस घटना ने पूरे शहर में दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
Email Investigation में जुटी पुलिस, साइबर सेल सक्रिय
जैसे ही Bomb Threat वाला ईमेल मिला, स्कूल प्रबंधन ने फौरन स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी। ईमेल की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बिना देर किए स्कूलों को खाली कराया और आसपास के क्षेत्रों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी।
Email Investigation के तहत अब साइबर सेल यह पता लगाने में जुट गई है कि धमकी भरा मेल कहां से और किसने भेजा। तकनीकी टीम मेल की IP लोकेशन और सर्वर डिटेल्स को ट्रैक करने में लगी है ताकि जल्द से जल्द आरोपी की पहचान हो सके। पुलिस ने साफ किया है कि इस तरह की शरारत को हल्के में नहीं लिया जा सकता और जिसने भी यह किया है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

स्कूलों में छुट्टी, बच्चों को भेजा गया सुरक्षित
धमकी मिलने के तुरंत बाद दोनों स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी और बच्चों को सुरक्षित तरीके से घर भेजा गया। घटना की खबर फैलते ही अभिभावकों में चिंता की लहर दौड़ गई और कई लोग स्कूल के बाहर पहुंच गए। हालांकि प्रशासन ने स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से नियंत्रित किया और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
— Punjab Kesari (@PunjabKesariCom) July 23, 2025
Bomb Threat के बाद बम स्क्वॉड ने की सघन जांच
स्थानीय पुलिस के साथ-साथ बम निरोधक दस्ते ने भी दोनों स्कूलों की गहराई से तलाशी ली। पूरे स्कूल परिसर, कक्षाओं, बाथरूम, मैदान और पार्किंग क्षेत्रों की बारीकी से जांच की गई।
काफी घंटे चली तलाशी प्रक्रिया के बाद यह स्पष्ट किया गया कि कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। इसके बाद प्रशासन ने लोगों को आश्वस्त किया कि बच्चों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होगी।
देशभर में बढ़ रही हैं Bomb Threat घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब किसी स्कूल को इस तरह की धमकी दी गई हो। इससे पहले 18 जुलाई को दिल्ली और बेंगलुरु के कई स्कूलों को भी इसी तरह Bomb Threat वाले ईमेल भेजे गए थे।
दिल्ली में 20 से ज्यादा स्कूलों और बेंगलुरु में 40 से अधिक स्कूलों को धमकी भरे मेल भेजे गए थे, जिसमें कहा गया था कि स्कूलों को बम से उड़ा दिया जाएगा। इन सभी मामलों में बम निरोधक दस्तों ने सघन तलाशी ली लेकिन कहीं भी विस्फोटक नहीं मिला।
इन घटनाओं से यह साफ होता है कि कोई साजिश के तहत स्कूलों को निशाना बना रहा है, जिससे शिक्षा संस्थानों में भय का माहौल बने और प्रशासनिक संसाधनों पर दबाव डाला जा सके।

Email Investigation के ज़रिए आरोपियों तक पहुंचेगी पुलिस
इस मामले में Email Investigation सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। अब तक सामने आए मामलों में अधिकांश मेल फर्जी पाए गए हैं लेकिन पुलिस इस संभावना से इनकार नहीं कर रही कि कोई असामाजिक तत्व या साइबर अपराधी इन धमकियों के पीछे हो सकता है।
साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि मेल की लोकेशन, भाषा और पैटर्न से आरोपी का मनोविज्ञान भी समझा जा सकता है। पुलिस इस दिशा में भी काम कर रही है कि यह किसी बच्चे की शरारत है या फिर यह कोई संगठित प्रयास है।
स्कूलों को Bomb Threat देना एक गंभीर अपराध है जिसे मजाक में नहीं लिया जा सकता। ऐसे मामलों में न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है बल्कि पूरा प्रशासनिक ढांचा सक्रिय हो जाता है। जरूरी है कि ऐसे मामलों में आरोपी को जल्द पकड़ा जाए और कड़ा संदेश दिया जाए कि शिक्षा के मंदिरों में डर फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

ये भी पढ़ेंः ‘chhangur baba बाहर आएंगे, सबको…’, पीड़ित महिलाओं को धर्मांतरण सिंडिकेट गुर्गों ने दी धमकी
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से जुड़े chhangur baba धर्मांतरण मामले में हर दिन कई चौंकाने वाले सच उजागर हो रहे हैं. इस मामले में अब यह दावा किया जा रहा है कि पीड़ित लड़कियों और महिलाओं को लगातार धमकियां दी जा रही हैं। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि छांगुर बाबा के लोग अभी भी सक्रिय हैं और पीड़िताओं को धमका रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उनका कहना है कि, “chhangur baba के आदमी साफ-साफ धमकी दे रहे हैं कि जब बाबा जेल से बाहर आएंगे, तो सबको सबक सिखाएंगे।” गोपाल राय ने यह भी कहा कि भले ही छांगुर बाबा जेल में बंद है, लेकिन उसका पूरा नेटवर्क अब भी काम कर रहा है। धर्मांतरण का यह रैकेट पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, बल्कि अब पर्दे के पीछे से चल रहा है।
पीड़िताओं की सुरक्षा पर खतरा
गोपाल राय के अनुसार, पहले जिन लोगों ने लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका ब्रेनवॉश किया था, अब वही उन्हें केस वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित लड़कियों को कॉल, मैसेज और कई बार सीधे मिलकर डराया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन इस पूरे मामले में निष्क्रिय हैं, जिसकी वजह से इस गैंग को खुली छूट मिल रही है। chhangur baba
सिंडिकेट अब भी पूरी तरह सक्रिय
बलरामपुर और मेरठ सहित कई जिलों की महिलाओं ने भी बताया कि chhangur baba तो जेल में है, लेकिन उसका गैंग आज भी गांव-गांव में लोगों को निशाना बना रहा है। कई महिलाएं अभी भी उसके जाल में फंसी हैं और कुछ लड़कियों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं है। chhangur baba
अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन की आशंका
जैसे-जैसे इस सिंडिकेट की परतें खुल रही हैं, मामला और भी गंभीर होता जा रहा है। कुछ खुफिया दस्तावेजों और सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा के नेटवर्क के तार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम तक भी जुड़े हो सकते हैं। ये नेटवर्क बहुत ही संगठित और गहराई से फैला हुआ बताया जा रहा है।
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