नए उत्साह और नई उमंगों से शाखाएं शुरू
दो महीनों की कड़ाके की धूप से बचाने की छुट्टियां समाप्त हुई और अब बड़े जोश और उत्साह से शाखाएं शुरू हो गई हैं। हर शाखा के दादा-दादी, नाना-नानी ने बढ़-चढ़ कर अपने पौत्र-पौत्रियों के साथ वीएनकेसी की फेसबुक पर अपना उत्साह अपने-अपने अंदाज में दिखाया। यही नहीं 15 अगस्त के अवसर पर सबने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
बड़े कमाल की बात है कि हमारे सदस्यों को छुट्टियां बिल्कुल पसंद नहीं हैं, वो बहुत बोर हो जाते हैं, परन्तु हमें उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए बहुत सर्दी और जब बहुत गर्मी पड़ती है तब हम छुट्टियां कर देते हैं। 10-15 दिन तो सबके ठीक निकल जाते हैं, उसके बाद या तो ब्रांच हैड के फोन आने शुरू हो जाते हैं या फिर सदस्यों की हैल्पलाइन पर घंट्टियां बजनी शुरू हो जाती हैं कि हमारा दिल नहीं लग रहा, बड़ी मुश्किल होती है। जैसे-तैसे करके हम छुट्टियां बिताते हैं। हर साल तो मैं इनके आनलाइन कम्पीटीशन करवा देती हूं, परन्तु इस बार मैं काफी व्यस्त होने के कारण करवा नहीं सकी तो भी सब के फोन आने शुरू हो गए, तो मैंने कम्पीटीशन न करवा कर सबको वैसे ही वीडियो बनाकर भेजने को कहा। अब सबका ईनाम यही है कि सब दादा-दादी, नाना-नानी और बच्चों ने भाग लिया, उनको हम सब मिलेंगे और उत्साह बढ़ायेंगे।
अभी भी हमने शाखाएं तो खोल दीं हैं, परन्तु इतनी बरसात हो रही है तो मन में यह भी भय आता है कि कहीं कोई फिसल न जाए, तो मेरी सभी सदस्यों से प्रार्थना है कि अपना-अपना ध्यान रखें। जब बरसात हो तो या तो घर से ना निकलें। अगर निकलें तो पूरे इंतजाम के साथ निकलें। छाता हो और जूते वो हों जो फिसले नहीं। कोशिश करें फिसलन वाले स्थान से दूर रहें।
मुझे एक पोते का फोन आया कि दादी हमेशा कहती हैं आज बरसात का मौसम है पकौड़े खाने को मन है। मैडम जी आप मेरा नाम न बताना दादी गुस्सा कर जाएंगी। यह भला उम्र है तो मैंने उसे बड़े प्यार से समझाया, बेटा यह उम्र उनकी सब कुछ करने की है। अगर उनका दिल करता है तो 2-4 पकौड़े खाने दो। हो सके तो 2-3 चम्मच खीर के भी बनवा के खिला दो। अगर वो स्वस्थ हैं तो कोई हर्ज नहीं। अगर उनको इस बात से खुशी मिलती है तो जरूर खिलाओ। उसे तो मैंने कह दिया परन्तु अपने सदस्यों को कहूंगी कि अपनी सेहत को देखकर ही खाओ। हल्का खाओ तो बेहतर है परन्तु अगर बहुत ही दिल करता है तो थोड़ा-थोड़ा खा लो। सच में कहूं तो लिखते-लिखते मेरा भी मन कर रहा है कि मैं पकौड़े खाऊं परन्तु मैं खाऊंगी 2-4 ही। मेरे कहने का भाव है कि इस उम्र में सब कुछ करो, जो आपका दिल करता है परन्तु मर्यादा में रहकर सब कुछ खाओ परन्तु थोड़ा-थोड़ा। अगर आपको बीपी, शूगर या कैलोस्ट्रोल या यूरिक एसिड है तो डॉक्टर से पूछकर खाओ। नियमित
रूप से 10-15 मिनट का व्यायाम करो।
स्वस्थ रहो, व्यस्त रहो, मस्त रहो।