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Nuh हिंसा के बाद खूब गरज रहा बुलडोजर, होटल समेत 100 मकान मिट्टी में मिला दिए, 500 झुगियों को भी हटाया

Haryana: नूंह में हुई हिंसा के बाद हरियाणा सरकार का बुलडोजर एक्शन जारी है बता दें रविवार को हिंसा प्रभावित नूंह में प्रशासन ने एक होटल समेत कई अवैध संरचनाओं पर बुलडोजर चला दिया। जिला प्रशासन के तोड़फोड़ दस्ते ने इस दौरान होटल समेत 100 मकानों पर बुलडोजर चलाया।

11:28 AM Aug 07, 2023 IST | Desk Team

Haryana: नूंह में हुई हिंसा के बाद हरियाणा सरकार का बुलडोजर एक्शन जारी है बता दें रविवार को हिंसा प्रभावित नूंह में प्रशासन ने एक होटल समेत कई अवैध संरचनाओं पर बुलडोजर चला दिया। जिला प्रशासन के तोड़फोड़ दस्ते ने इस दौरान होटल समेत 100 मकानों पर बुलडोजर चलाया।

Haryana: नूंह में हुई हिंसा के बाद हरियाणा सरकार का बुलडोजर एक्शन जारी है बता दें रविवार को हिंसा प्रभावित नूंह में प्रशासन ने एक होटल समेत कई अवैध संरचनाओं पर बुलडोजर चला दिया। जिला प्रशासन के तोड़फोड़ दस्ते ने इस दौरान होटल समेत 100 मकानों पर बुलडोजर चलाया। साथ ही 500 रेहड़ियों और झुग्गियों को भी तोड़ दिया।
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प्रशासन को बड़ी मशीनों का बंदोबस्त करना पड़ा
बता दें रविवार सुबह सात बजे शुरू हुई तोड़फोड़ की देर शाम तक चली। जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने मौके पर तोड़फोड़ को गलत बताते हुए इसका विरोध किया, लेकिन पुलिसकर्मियों के समझाने पर वह पीछे हट गए।जिला प्रशासन ने चौथे दिन तोड़फोड़ कार्रवाई को तेज कर दिया। बड़ी कार्रवाई करते हुए दस्ते ने बहुमंजिला होटल और कजारिया टाइल का शोरूम को जमींदोज किया। खास बात यह है कि बहुमंजिला इमारतों को तोड़ने के लिए प्रशासन को बड़ी मशीनों का बंदोबस्त करना पड़ा।
लोगों ने इसका किया विरोध 
आपको बता दें इसके साथ ही नूंह में जिला प्रशासन की तोड़फोड़ कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया है। जिनके मकान तोड़े जा रहे हैं, उनका आरोप है कि सरकार की तोड़फोड़ कार्रवाई न्यायसंगत नहीं है। लोगों का आरोप है कि सामान निकालने के लिए भी उनको समय नहीं दिया गया।लोगों का दावा है कि जहां उनके मकान बने हुए हैं, वह जमीन उनकी अपनी मलकियत है। स्थानीय निवासी बत्तन, जरीना, आदिब, मुस्तफा आदि ने बताया कि नूंह हिंसा में उनकी कोई संलिप्ता नहीं है, उसके बाद भी उनका मकान तोड़ दिया गया। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की तरफ से कोई नोटिस भी उनको नहीं दिया गया। दुकान और घरों में उनका लाखों रुपये का सामान भरा हुआ था, जो अब बर्बाद हो गया है।
सरकार जमीन पर कब्जे वाली इमारतों की पहचान कर रहे हैं
बता दें शहर से लेकर गांव तक जिला प्रशासन का तोड़फोड़ अभियान पहुंच गया है। तालाब या फिर ग्राम पंचायत की जमीन पर हुए कब्जे को हटाया जा रहा है साथ ही बिना नक्शा के बने निर्माण को भी तोड़ा जा रहा है। रविवार को काफी गांवों में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। उपायुक्त के आदेश पर ग्राम पंचायत, नगर पालिका, नगर परिषद आदि के अधिकारी सरकार जमीन पर कब्जे वाली इमारतों की पहचान कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की बृजमंडल यात्रा पूरी नहीं हो सकी 
नूंह हिंसा में फैले उपद्रव की वजह से श्रद्धालुओं की बृजमंडल यात्रा पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में इसे इसी सावन माह में 21 या 27 अगसत को फिर से निकाला जा सकता है। विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि हिंसा के चलते बृजमंडल यात्रा पूरी नहीं हो सकी है। इसलिए इसी सावन महीने में इस यात्रा को पूरा किया जाएगा। हालांकि इस पर निर्णय होना अभी बाकी है। फिर भी प्रयास किया जा रहा है कि इसे जल्द निकाला जाएगा।
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