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सेमीकंडक्टर प्लांट : भारत की सेमीकंडक्टर उद्योग में तेजी से वृद्धि हो रही है। केंद्र सरकार की योजना के तहत, देश में सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 6 प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स की स्थापना की जा रही है, जिसमें कुल 2.36 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। ये प्लांट्स भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
Highlight :
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पनवेल में अदाणी ग्रुप और इजराइल की टावर सेमीकंडक्टर द्वारा स्थापित किए जा रहे सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट को हाल ही में महाराष्ट्र सरकार की मंजूरी मिली है। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में 83,947 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, और इसकी उत्पादन क्षमता 40,000 वेफर्स प्रति महीने होगी, जो दूसरे चरण के पूरा होने पर बढ़कर 80,000 वेफर्स प्रति महीने हो जाएगी।
अमेरिका की चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन गुजरात के साणंद जिले में 23,000 करोड़ रुपये के निवेश से आउटसोर्सिंग असेंबली और टेस्टिंग यूनिट (ओएसएटी) प्लांट स्थापित कर रही है। यह भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट होगा, जिसमें डीआरएएम और एनएएनडी उत्पादों की असेंबली और टेस्टिंग की जाएगी। यह प्लांट अगले साल मध्य तक शुरू हो सकता है और केंद्र व गुजरात सरकार की ओर से 70 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। टाटा ग्रुप और ताइवानी कंपनी पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (पीएसएमसी) मिलकर गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपये का निवेश करके सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन फैसिलिटी बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2024 में इस प्लांट का उद्घाटन किया था। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 50,000 वेफर्स प्रति महीने होगी और इसका उत्पादन दिसंबर 2026 तक शुरू हो सकता है। असम के मोरीगांव जिले के जगीरोड में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा एक ग्रीनफील्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग सुविधा स्थापित की जा रही है, जिसमें करीब 27,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह उत्तर पूर्व भारत में पहला सेमीकंडक्टर प्लांट होगा।
भारत की कंपनी सीजी पावर, जापान की रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से गुजरात के साणंद में एक अत्याधुनिक ओएसएटी प्लांट बना रही है। इस प्लांट में अगले पांच वर्षों में 7,600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, और इसमें कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल उपकरण और 5जी टेक्नोलॉजी के लिए सेमीकंडक्टर का निर्माण होगा। कायन्स सेमीकॉन भी गुजरात के साणंद में 3,307 करोड़ रुपये के निवेश से एक ओएसएटी प्लांट स्थापित कर रहा है, जिसमें 63 लाख चिप्स प्रतिदिन निर्मित की जाएंगी। इस प्लांट को हाल ही में कैबिनेट की ओर से मंजूरी दी गई थी।
इन सभी प्रोजेक्ट्स से भारत में लाखों रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और देश को वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण स्थान दिलाएंगे