Candidates Chess Tournament 2024 : करुआना से भिड़ेंगे गुकेश, प्रज्ञानानंदा का सामना नाकमुरा से
12:30 PM Apr 17, 2024 IST | Ravi Kumar
रूस के इयान नेपोमनियाची के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर चल रहे भारत के डी गुकेश Candidates Chess Tournament 2024 के 11वें दौर में जब यहां अमेरिका के शीर्ष वरीयता प्राप्त फाबियानो करूआना से भिड़ेंगे तो उनकी नजरें इस मुकाबले को जीतकर शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत करने पर टिकी होंगी।
HIGHLIGHTS
- Candidates Chess Tournament 2024 में करुआना से भिड़ेंगे गुकेश
- प्रज्ञानानंदा का सामना नाकमुरा से होगा
- आर वैशाली ने अपनी पिछली बाजी बुल्गारिया की नुर्गयुल सेलिमोवा के खिलाफ जीती
Advertisement
आर प्रज्ञानानंदा का मुकाबला अमेरिका के हिकारू नाकामुरा से होगा।
टूर्नामेंट में केवल चार दौर का खेल बाकी है और भारत के इन दोनों किशोर खिलाड़ियों 17 साल के गुकेश और 18 साल के प्रज्ञानानंदा के पास अच्छा मौका है। विदित गुजराती ने भी मुकाबले में खुद को बनाए रखा है और उन्हें बस थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है।
शतरंज की वैश्विक संचालन संस्था फिडे के ध्वज तले खेल रहे नेपामनियाची टूर्नामेंट में एकमात्र अजेय खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें अगले दो दौर में कड़े प्रतिद्वंद्वियों से निपटना है।
अगले दौर में विदित और नेपामनियाची आमने-सामने होंगे जबकि इसके बाद रूस के खिलाड़ी को प्रज्ञानानंदा से भिड़ना है। ये दो मैच संभवत: टूर्नामेंट की दिशा तय करेंगे और अगली विश्व चैंपियनशिप के चैलेंजर का फैसला करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
गुकेश के लिए करूआना के खिलाफ मुकाबला महत्वपूर्ण होगा क्योंकि भारतीय खिलाड़ी सफेद मोहरों से खेलेगा।
इतालवी अमेरिकी करूआना लगातार छठी बार कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं लेकिन उन्होंने इसे केवल एक बार जीता है।
गुकेश 12वें दौर में सबसे निचले स्थान पर मौजूद अजरबेजान के निजात अबासोव को हराने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, बशर्ते वह करूआना को रोकने में सफल रहें।
काले मोहरों के साथ अजरबेजान के अबासोव के खिलाफ खेलने वाले गुकेश निश्चित रूप से जीत के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। अबासोव को हालांकि सफेद मोहरों से खेलने का फायदा मिलेगा।
भारतीय दृष्टिकोण से प्रज्ञानानंदा के अगले दो दौर के मुकाबले सबसे अधिक महत्वपूर्ण होंगे। भारतीय खिलाड़ी ने पिछले विश्व कप में नाकामुरा को हराया था और इस प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे, विशेषकर विदित से सीख लेते हुए जिन्होंने अमेरिकी के खिलाफ अपने दोनों मुकाबले जीते हैं।
नाकामुरा के बाद प्रज्ञानानंदा को नेपोमनियाची से भिड़ना है और अगर इस भारतीय ने इन दोनों बाजियों के दबाव को झेल लिया तो वह विजेता को दी जाने वाली 48 हजार यूरो की इनामी राशि के दावेदार हो सकते हैं।
महिला वर्ग में मुकाबला चीन की दो खिलाड़ियों झोंगयी टैन और टिंगजी लेई के बीच है जो बाकियों से बेहतर साबित हुई हैं।
कागजों पर कोनेरू हंपी के पास अब भी मौका हो सकता है लेकिन व्यावहारिक रूप से इस वर्ग में भारतीय खिलाड़ी की चुनौती लगभग समाप्त हो गई है।
शीर्ष पर चल रही चीन की दोनों खिलाड़ियों के समान 6.5 अंक हैं। रूस की एलेक्सांद्रा गोरयाचकिना और कैटरीना लेगनो 5.5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। हंपी 4.5 अंक के साथ पांचवें स्थान पर है और उन्हें किसी चमत्कार की जरूरत है।
एक अन्य भारतीय आर वैशाली ने अपनी पिछली बाजी बुल्गारिया की नुर्गयुल सेलिमोवा के खिलाफ जीती लेकिन 3.5 अंक के साथ अंतिम स्थान पर हैं।
हंपी को अगले दौर में सेलिमोवा जबकि वैशली को गोरयाचकिना के खिलाफ खेलना है। झोंगयी की भिड़ंत लेगनो से होगी जबकि टिंगजी को अन्ना मुजिचुक से भिड़ना है।
Advertisement