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पंजाब पुलिस और सरकारी कर्मचारियों के डोप टैस्ट के फैसले पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह डटे

पंजाब पुलिस के पूर्व एसएसपी राजजीत सिंह के मामले में लुकआउट नोटिस जारी होने उपरांत वह देश से बाहर नहीं जा सकेंगे और उन्होंने अपना पासपोर्ट भी

02:28 PM Jul 10, 2018 IST | Desk Team

पंजाब पुलिस के पूर्व एसएसपी राजजीत सिंह के मामले में लुकआउट नोटिस जारी होने उपरांत वह देश से बाहर नहीं जा सकेंगे और उन्होंने अपना पासपोर्ट भी

लुधियाना-होशियारपुर : पंजाब पुलिस के पूर्व एसएसपी राजजीत सिंह के मामले में लुकआउट नोटिस जारी होने उपरांत वह देश से बाहर नहीं जा सकेंगे और उन्होंने अपना पासपोर्ट भी पुलिस हैड क्वार्टर में जमा करवा दिया है। इसकी जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने आज पीआरटीसी जहानखेलां में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।

कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि राजजीत सिंह के केस की पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए 25 जुलाई का दिन तय हुआ है। जिस कारण वह अभी इस मामले में कुछ भी नहीं कह सकते। पंजाब में सियासी पार्टियों से जुड़े नेताओं द्वारा डोप टैस्ट संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डोप टैस्ट सिर्फ पंजाब पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का ही होगा।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह आज पुलिस और सरकारी कर्मचारियों के डोप टैस्ट करने के बारे में किए गए फैसले के समर्थन में डटते हुए कहा कि एहतयात के तौर पर ऐसे टैस्ट सेना में भी होते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे की मौजूदा स्थिति के मध्य नजर ऐसे सख्त कदम उठाए गए है, क्योंकि जो नशीले पदार्थो की कमी और कीमते अधिक होने के कारण नशे के आदी बनावटी नशों का उपयोग कर रहे है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नशा तस्करों और माफिया पर राज्य सरकार का दबाव बढऩे से नशों की सप्लाई लाइन टूटी है। जिस कारण मजबूरन लोग बनावटी नशे का सेवन कर रहे है। जिसका परिणाम मौते हो रही है।

सीएम ने दोहराया कि जहां तक सियासत और जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के डोप टैस्ट का सवाल है, वे फैसला उनकी अंतरात्मा पर छोड़ा हुआ है। एक सवाल के जवाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि नशेां की तस्करी के पहले जुर्म में ही फांसी की सजा दिए जाने के प्रस्ताव का उददेश्य इस बुराई को खत्म करना है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस को नशा तस्करों के बारे में सूचनाएं मिलने की बढ़ौतरी हुई है और बड़ी संख्या में नौजवान इलाज के लिए नशा केंद्रों पर आने लगे है। उन्होंने माना कि बनावटी नशों के सेवन से हो रही मौतों पर उन्हें चिंता है और सूबा सरकार द्वारा नशों के विरूद्ध शुरू की गई मुहिम में लोग शामिल हो रहे है।

मोगा के बरखास्त एसएसपी राजजीत सिंह के खिलाफ केस संबंधी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की पड़ताल के लिए जांच टीम पहले ही गठित हो चुकी है और रिपोर्ट अदालत में सौंपी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि राजजीत सिंह ने अपना पासपोर्ट अदालत को सौप दिया है और वह मुलक से बाहर नही जा सकते। पूर्व अकाली मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया के विरूद्ध आरोपों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह मामला अदालती कार्यवाही के अंतर्गत है।

– सुनीलराय कामरेड

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