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Children Were Making Bomb After Watching Video: एग्जाम की तैयारी के लिए पढ़ना है, कोई सब्जी बनाना सीखना है या फिर किसी विषय के बारे में जानकारी लेनी है तो ज्यादातर लोग यूट्यूब का ही सहारा लेते हैं। क्योंकि यूट्यूब पर सभी चीजों की जानकारी आसानी से मिल जाती है। लेकिन क्या हो अगर बच्चे इस प्लेटफॉर्म पर कुछ ऐसा सर्च कर लें जो उन्हें अस्पताल पहुंचा दें? ऐसा ही एक मामला (Children Were Making Bomb After Watching Video)सामना आया है जहां कुछ बच्चों ने यूट्यूब देख कुछ ऐसा बनाने की कोशिश की, कि उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ गया।
ये मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है। जहां छोटे-छोटे बच्चों ने यूट्यूब पर वीडियो देखते देखते बम बनाने की कोशिश की। जो इसी दौरान ब्लास्ट भी हो गया। बता दें कि इन बच्चों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर माचिस की तीलियों और पटाखों के बारूद को जमा किया। उसके बाद उन्होंने एक खराब टॉर्च में भर दिया। जिसके बाद ये बच्चे इस बैटरी को स्पार्क करके विस्फोट (Children Were Making Bomb After Watching Video) करने की कोशिश करने लगे और इसी दौरान ब्लास्ट हो गया। हालांकि, गनीमत रही कि धमाका ज्यादा खतरनाक नहीं था जिस कारण बच्चों को ज्यादा चोट भी नहीं आईं पर हाथ और चेहरे चल गए। फिलहाल बच्चों को अभी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
These children from BIHAR were making Bombs,learning via Youtube. while making it exploded but only caused minor injuries to them they are safe Now..@YouTube should not encourage such videos that harm people. pic.twitter.com/vNV9Dgeknb
— Ashwin.. (@EvilTech_) August 8, 2024
ये वीडियो @EvilTech_ ने शेयर किया है।
Children Were Making Bomb After Watching Video: लेकिन देखने वाली बात है कि जहां एक समय पर बच्चों को ज्यादा बाहर खेलने के लिए मना किया जाता था। वहीं, आज उन्हें बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित (Children Were Making Bomb After Watching Video) किया जाता है। ताकि बच्चे मोबाइल फोन से दूरी बनाएं और खेल-कूद की एक्टिविटी में ज्यादा लीन हो।
देखने वाली बात है कि बच्चे फोन पर कुछ भी देख रहे हैं और माता-पिता इस पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। एक 2 साल का बच्चा भी आज जानता है कि उसे शॉर्ट्स देखने हैं तो ऊंगली कैसे चलानी है। फोन में कहां से वीडियो शुरू होगी। बच्चों से अगर फोन ना लिया जाए तो वह पूरे दिन उसे (Children Were Making Bomb After Watching Video) बैठकर देख सकते हैं। ऐसे में ये जिम्मेदारी पेरेंट्स की है कि वह बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखें कि कहीं वो कुछ ऐसा तो नहीं देख रहे हैं जो उन्हें संकट में डाल दें। क्योंकि बिहार में जो हुआ वह एक सबक था माता-पिता के लिए कि बच्चे फोन में कुछ भी ऐसा न देखें जिससे उन्हें ही खतरा हो सकता है।