China Open Super 1000 में pv sindu की धमाकेदार वापसी, विश्व नंबर-6 tomoka miyazaki को हराकर Pre-quarterfinals में बनाई जगह
China Open Super 1000: भारतीय बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने चीन ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में जीत के साथ शानदार आगाज़ किया है। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने पहले ही राउंड में वर्ल्ड रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज जापान की टोमोका मियाजाकी को तीन गेम तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-15, 8-21, 21-17 से हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस मुकाबले की जीत सिंधु के लिए सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि मनोबल की वापसी है। पिछले कुछ महीनों से पीवी सिंधु खराब फॉर्म और जल्दी एग्जिट का सामना कर रही थीं, हाल ही में जापान ओपन में भी वो पहले ही दौर में बाहर हो गई थीं। ऐसे में चीन ओपन जैसे बड़े टूर्नामेंट में जीत की शुरुआत करना उनके आत्मविश्वास के लिए बेहद जरूरी था और उन्होंने यह काम बखूबी किया।
पहले गेम में दबदबा, दूसरे में झटका, तीसरे में वापसी
सिंधु ने मैच की शुरुआत आक्रामक अंदाज़ में की। पहले गेम में उन्होंने लगातार सात अंक लेकर 13-5 की बड़ी बढ़त बना ली थी। उनकी प्लेसमेंट और स्मैशिंग की धार से टोमोका पूरी तरह बैकफुट पर नज़र आईं और सिंधु ने यह गेम आसानी से 21-15 से जीत लिया। हालांकि, दूसरा गेम सिंधु के लिए किसी चेतावनी की तरह आया। टोमोका मियाजाकी ने यहां अपनी क्लास दिखाई और लगातार 9 अंक लेते हुए सिंधु को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। सिंधु की रफ्तार धीमी पड़ी और जापानी शटलर ने दूसरा गेम 21-8 से अपने नाम कर लिया। लेकिन तीसरे गेम में अनुभव और मजबूत मानसिकता का असर दिखा। सिंधु ने अपनी लय को वापस पाया, शॉट सिलेक्शन सुधारा और 21-17 से तीसरा गेम जीतकर मुकाबला अपने नाम किया। मैच जीतने के बाद पीवी सिंधु ने कहा ये मेरे लिए बहुत बड़ी जीत है।
सबकी निगाहें प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले पर
जब आप लंबे समय तक फॉर्म में नहीं रहते तो हर मैच का महत्व बढ़ जाता है। पहले राउंड को पार करना मेरे लिए बेहद ज़रूरी था, और मैं खुश हूं कि ऐसा कर पाई। उन्होंने ये भी कहा कि चाहे सामने कोई भी खिलाड़ी हो, इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में शुरुआत मजबूत होना ही आत्मविश्वास की कुंजी होती है। पीवी सिंधु की यह जीत न सिर्फ टूर्नामेंट में उनकी आगे की राह आसान बनाती है, बल्कि उनकी वापसी की शुरुआत भी लगती है। जिस अंदाज़ में उन्होंने दुनिया की टॉप 10 खिलाड़ी को हराया है, उससे यह साफ है कि उनका जुझारूपन और क्लास अभी भी बरकरार है। अब सबकी निगाहें प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले पर टिकी होंगी, जहां सिंधु से उम्मीद की जाएगी कि वो इसी लय को बरकरार रखें और लंबे वक्त से छूटे खिताबी सफर की ओर कदम बढ़ाएं।
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