ये बेहद शर्मनाक! सेना पर दिए बयान के लिए चिराग पासवान ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
Chirag Paswan on Rahul Gandhi: बिहार में कल यानी' गुरुवार को पहले चरण की 121 सीटों पर मतदान होना हैं। ऐसे में नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक बयान ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। उन्होंने कहा है कि देश की लगभग 10% आबादी, जो ऊंची जातियों से आती है, वह सेना, न्यायपालिका और बड़ी कंपनियों में प्रभाव रखती है। उनके इस बयान पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Chirag Paswan on Rahul Gandhi: राहुल गांधी के बयान पर भड़के चिराग पासवान
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने राहुल गांधी के बयान को “शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण” बताया। उन्होंने कहा कि सेना को जाति और धर्म की राजनीति में घसीटना देश के जवानों का अपमान है। चिराग ने कहा, “फौज देश की सेवा करती है, किसी धर्म या जाति की नहीं। ऐसे बयान देश की एकता को कमजोर करते हैं।” उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया कि अगर उन्हें इस विषय पर इतनी चिंता थी, तो कांग्रेस के लंबे शासनकाल में उन्होंने इस दिशा में कोई कदम क्यों नहीं उठाया। चिराग ने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता को इस तरह के बयान देकर सेना जैसी संस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।

Bihar Election 2025: सेना और जातिगत राजनीति पर विवाद
राहुल गांधी ने बिहार के कुटुंबा में एक रैली के दौरान कहा था कि देश की 10% आबादी, मुख्यतः ऊंची जातियों से, वह सेना, न्यायपालिका और उद्योगों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दबदबा बनाए हुए है। उनके अनुसार, बाकी 90% आबादी, जिसमें दलित, पिछड़े, अतिपिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक शामिल हैं—को इन संस्थानों में पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाते। इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई। चिराग पासवान ने न केवल राहुल गांधी बल्कि पूरे महागठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अगर गलती से भी ये लोग बिहार में सत्ता में लौट आए, तो राज्य में फिर से अराजकता फैल जाएगी।”

Chirag Paswan: राहुल गांधी ने आर्थिक असमानता का किया जिक्र
राहुल गांधी ने अपने भाषण में आर्थिक असमानता का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी 500 कंपनियों पर भी वही 10% लोग नियंत्रण रखते हैं, जबकि बाकी 90% आबादी को विकास के अवसरों से दूर रखा जाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समाज में बराबरी और समावेशी विकास नहीं हुआ, तो देश कुछ गिने-चुने लोगों के हाथों की कठपुतली बन सकता है।

Rahul Gandhi: राजनीतिक माहौल गरमाया
राहुल गांधी के इस बयान ने बिहार के चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। जहां कांग्रेस और महागठबंधन के नेता इसे सामाजिक न्याय से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं एनडीए के नेता इसे राष्ट्रविरोधी और सेना के अपमान के रूप में पेश कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान बिहार के जातिगत समीकरणों को प्रभावित कर सकता है, खासकर तब जब चुनाव नजदीक हैं।

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