Cloud Seeding Failed in Delhi: करोड़ों का खर्चा, 3 ट्रायल...फिर भी फेल हुआ कृत्रिम बारिश का प्रयास, जानें कब होगी दिल्ली में बारिश
Cloud Seeding Failed in Delhi: दिल्ली में प्रदूषण में से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश कराने के लिए भरपूर कोशिश की गई। कानपुर से विमान ने उड़ान भरी और तीन ट्रायल करके विमान से 8 फ्लेयर्स का प्रयोग भी किया गया लेकिन दिल्ली के कुछ हिस्सों में क्लाउड सीडिंग के ज़रिए कृत्रिम बारिश कराने का बहुप्रतीक्षित प्रयास पूरी तरह सफल नहीं रहा। आईआईटी कानपुर के निदेशक मींद्र अग्रवाल के अनुसार, यह विफलता मुख्यतः बादलों में अपर्याप्त नमी के कारण हुई। उन्होंने कहा कि क्लाउड सीडिंग दिल्ली के प्रदूषण संकट के लिए कोई पर्याप्त समाधान नहीं है, बल्कि एक आपातकालीन, अंतिम उपाय है।
Cloud Seeding Failed in Delhi: बादलों में नमी कम
दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने का प्रयास फेल होने के बाद अभ टीम नए प्रयास करने की योजना बना रही है और अब कृत्रिम बारिश करवाने के पूरे आसार लगाए जा रहे है। निदेशक मींद्र अग्रवाल ने बताया कि मौजूद बादलों में नमी की मात्रा बहुत ज़्यादा नहीं थी। यह केवल 15-20 प्रतिशत के आसपास थी। इतनी कम नमी के साथ बारिश होने की संभावना बहुत ज़्यादा नहीं है। लेकिन इस परीक्षण ने हमारी टीम को इसे जारी रखने के लिए और अधिक आत्मविश्वास दिया है। बता दें कि आईआईटी कानपुर के नेतृत्व वाली टीम ने बादलों को विकसित करने के लिए 20 प्रतिशत सिल्वर आयोडाइड और शेष सेंधा नमक व साधारण नमक के मिश्रण का इस्तेमाल किया था।
Artificial Rain in Delhi: 3.21 करोड़ का बजट
दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने 7 मई को कृत्रिम बारिश कराने के लिए मंजूरी दे दी थी। इस मंजूरी में 5 ट्रायल कराने के लिए लगभग 3.21 करोड़ का बजट रखा गया था। बता दें कि एक ट्रायल के लिए लगभग 60 लाख रुपये का खर्चा आता है और अभी तक तीन ट्रायल हो गए है।
IIT Kanpur Statement
आईआईटी कानपुर ने बताया कि दिल्ली में आज होने वाला क्लाउड-सीडिंग अभियान बादलों में अपर्याप्त नमी के कारण स्थगित कर दिया गया है क्योंकि यह प्रक्रिया अनुकूल वायुमंडलीय परिस्थितियों पर अत्यधिक निर्भर है, इसलिए कृत्रिम वर्षा कराने का एक और प्रयास जल्द ही किया जाएगा।
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