सीएम योगी ने वंशी से किया स्कूल भेजने का वादा, बच्ची बोली- उन्होंने मुझे चॉकलेट दी
सीएम योगी ने बच्ची को स्कूल में दाखिला दिलाने का किया वादा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाशी नाम की बच्ची को स्कूल में दाखिला दिलाने का वादा किया और उसे चॉकलेट दी। लखनऊ में आयोजित ‘जनता दर्शन’ में वाशी ने सीएम से मदद मांगी थी, जिसके बाद योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्ची को उसके मनपसंद स्कूल में दाखिला दिलाया जाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने सोमवार को लखनऊ में ‘जनता दर्शन’ का आयोजन किया। जनता दर्शन में वाशी नाम की एक बच्ची ने सीएम से स्कूल में दाखिला दिलाने में मदद की गुहार लगाई। सीएम ने उससे बातचीत की और पूछा कि वह किस स्कूल में जाना चाहती है और किस क्लास में दाखिला लेना चाहती है। बाद में उन्होंने अधिकारियों को बच्ची का उसके मनपसंद स्कूल में दाखिला कराने के निर्देश दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने वाली वाशी ने पूरी बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा, “मैं योगी जी से मिली। मैंने उनसे स्कूल में दाखिला कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह ऐसा करेंगे।”
सीएम ने दी चॉकलेट
वाशी ने आगे कहा, “मैं मुरादाबाद से आई हूं। उन्होंने मुझे बिस्किट और चॉकलेट दी।” उत्तर प्रदेश के सीएम बनने के बाद से योगी आदित्यनाथ अक्सर ‘जनता दर्शन’ का आयोजन करते हैं, जहां वह लोगों की शिकायतें सुनते हैं और उनका समाधान करते हैं। इससे पहले सीएम योगी ने 7,283 करोड़ रुपये की लागत से बने 91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया, जो आजमगढ़ समेत कई जिलों को गोरखपुर से जोड़ता है। सीएम ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में अपनी नई पहचान बना रहा है।
एक्सप्रेस-वे प्रदेश बना उत्तर प्रदेश
एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “नए भारत का नया उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में अपनी नई पहचान बना रहा है। 91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे नेटवर्क के साथ विकास, आत्मविश्वास और गौरव की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”
सीएम योगी ने कहा पिछली राज्य सरकार की आलोचना करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम आधा-अधूरा था, लेकिन उनके कार्यकाल में प्रदेश में छह एक्सप्रेस-वे से जुड़ी परियोजनाएं पूरी हुई हैं। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम आधा-अधूरा था। आज मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने छह परियोजनाएं पूरी कर ली हैं। आप पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की यात्रा देख रहे हैं। हम 2021 से लगातार इसका निर्माण कर रहे हैं। 2022 में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की शुरुआत हुई। यह 300 किलोमीटर लंबा है। 340 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पहले ही बनकर तैयार हो चुका है और पटना से इसकी कनेक्टिविटी पूरी होने वाली है। अब याद कीजिए कि पटना से लखनऊ और लखनऊ से दिल्ली की कनेक्टिविटी कितनी आसान हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि 340 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पटना से अपनी कनेक्टिविटी बढ़ाने वाला है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी वीर कुंवर सिंह को याद किया और कहा कि अगर 1857 में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बन गया होता, तो भारत उस समय स्वतंत्र हो गया होता। उन्होंने कहा “जब 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों को हराने के लिए आजमगढ़ तक लड़ाई लड़ी थी, तब कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। अगर उस समय यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होता, तो आजमगढ़ के लोग वीर कुंवर सिंह के साथ मिलकर अंग्रेजों को हरा देते और फिर यह देश 1857 में ही स्वतंत्र हो जाता। उस समय कोई कनेक्टिविटी नहीं थी।”
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