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पाकिस्तान गए सिख श्रद्धालुओं से भारतीय हाईकमीशन को मिलने से रोकने की शिरोमणि कमेटी ने की निंदा

शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगावाल ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की बरसी मनाने के अवसर पर पाकिस्तान गए

02:41 PM Jun 24, 2018 IST | Desk Team

शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगावाल ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की बरसी मनाने के अवसर पर पाकिस्तान गए

लुधियाना-अमृतसर : पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भारतीय हाई कमीश्रर अजय बिसारीया को अन्य अधिकारियों के साथ गुरूद्वारा साहिब में जाने से रोकने पर शिरोमणि गुरूद्वारा सख्त विरोध जताते हुए भारतीय सिख श्रद्धालुओं से मुलाकात ना कराए जाने की कड़ी निंदा की है।

शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगावाल ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की बरसी मनाने के अवसर पर पाकिस्तान गए सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान स्थित भारतीय हाई कमीशन के अधिकारियों को मुलाकात रोकने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि पाकिस्तान गए श्रद्धालुओं को वहां के भारतीय हाई कमीशन से मुलाकात में पाकिस्तान सरकार को कोई आपति नहीं होनी चाहिए थी।

उन्होंने कहा कि हाई कमीशन के अधिकारियों का यह फर्ज है कि वह अपने देश से आए हुए लोगों से मुलाकात करके उनका दुख सुख जाने। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान स्थित भारतीय हाई कमीशन स्वयं सिख श्रद्धालुओं को मिलने के लिए पहुंचे थे तो पाकिस्तान सरकार को उन्हें रोकना नहीं चाहिए था।

भाई लोंगोवाल ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि पहले भी खालसा प्रकट दिवस के अवसर पर भारतीय जत्थे से भी भारतीय हाईकमीशन को मिलने नहीं दिया गया था और अब एक बार फिर ऐसा करके पाकिस्तान हुकमनामों ने ठीक नहीं किया। इस दौरान शिरेामणि कमेटी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल के प्रवक्ता स. दलजीत सिंह बेदी ने कहा कि अलग-अलग ऐतिहासिक त्योहारों के अवसर पर शिरोमणि कमेटी द्वारा पाकिस्तान स्थित गुरूधामों के लिए भेजे जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के जतथे में किसी भी सिख के जाने पर मनाही नहीं है।

उन्होंने कहा कि जतथों में सिर्फ महिलाओं की शमूलियत के संबंध पर स्पष्ट करते कहा कि 50 साल से अधिक आयु वर्ग की औरतें अपने परिवारिक सदस्यों की जिम्मेदारी पर शामिल हो सकती है। उन्होंने कहा कि जत्थे में शामिल होने वाले किसी भी शख्स की जांच का काम सरकार का है और शिरोमणि कमेटी उनकी मुकम्मल जानकारी और पासपोर्ट इकटठा करके कमेटी सदस्यों द्वारा सिफारिशों के तहत सरकारों और दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास को भेजती है। उन्होंने कहा कि इस बार शिरोमणि कमेटी द्वारा भेजे गए श्रद्धालुओं में 16 महिलाएं शामिल थी।

इधर भारत ने भी हाई कमीशनर अजय बिसारिया और कोंसलर अधिकारियों को गुरूद्वारा श्री पंजा साहिब में भारतीय श्रद्धालुओं से मुलाकात करने के रोके जाने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए पाकिस्तान के दिल्ली स्थित डिप्टी कमीश्रर सईद हैदर शाह को तलब किया है। जानकारी के मुताबिक भारतीय हाई कमीशनर को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा पहले अनुमति दी गई थी, इसके बावजूद उनके साथ बदसलूकी करते हुए रोका गया।

– सुनीलराय कामरेड

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