Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

केंद्रीय मंत्री शेखावत द्वारा प्रधानमंत्री के जीवन से जुड़ी पुस्तक की तुलना गीता से करने को लेकर, कांग्रेस ने साधा निशाना

कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष अध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा प्रधानमंत्री के जीवन से जुड़ी एक नई किताब की तुलना भगवत गीता से करने की आलोचना की है।

03:27 PM Aug 23, 2022 IST | Desk Team

कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष अध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा प्रधानमंत्री के जीवन से जुड़ी एक नई किताब की तुलना भगवत गीता से करने की आलोचना की है।

कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष अध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा प्रधानमंत्री के जीवन से जुड़ी एक नई किताब की तुलना भगवत गीता से करने की आलोचना की है। डोटासरा ने इस गीता का अपमान बताया।डोटासरा ने शेखावत के बयान वाली खबर साझा करते हुए मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘सत्ता के लालच में शर्म बेचने वालो, सनातन संस्कृति के पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता का अपमान करके धर्म के मार्ग को कलुषित मत करो।’’ उन्‍होंने लिखा,‘‘ हे कृष्ण … इन्हें सद्बुद्धि दो।’’
Advertisement
शेखावत ने मोदी के सार्वजनिक जीवन पर आधारित किताब ‘मोदी@20’ को लेकर झुंझुनू में सोमवार को आयोजित ‘प्रबुद्धजन सम्मेलन’ में कहा था,‘‘ मैं आज विश्वास के साथ आज यह बात कह सकता हूं कि आने वाले समय में इस राष्ट्र के निर्माण में और इस लक्ष्‍य को लेकर आने वाली पीढ़ी के लोगों के लिए यह पुस्तक भगवान श्री कृष्ण द्वारा गीता में दिये गये उपदेश की भांति पवित्र एवं महत्वपूर्ण पुस्तक होगी।’’ उन्‍होंने कहा, ‘‘अगर मैं ऐसा कहता हूं तो निश्चित रूप से मेरे पास इसे सिद्ध करने के अनेक कारण हैं और आधार भी।’’

कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर शेखावत को घेरा

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर के सांसद शेखावत द्वारा की गयी इस तुलना को लेकर डोटासरा सहित कई नेताओं ने उन पर निशाना साधा।सिरोही से निर्दलीय विधायक एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने गीता का श्लोक लिखते हुए इस खबर को ट्वीट किया,‘‘ जो लोग इन्द्रियभोग तथा भौतिक ऐश्वर्य के प्रति अत्यधिक आसक्त होने से ऐसी वस्तुओं से मोहग्रस्त हो जाते हैं, उनके मनों में भगवान के प्रति भक्ति का दृढ़ निश्चय नही होता।’’
मुख्‍यमंत्री गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने इसे गीता का अपमान बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ पवित्र, सनातन ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता की तुलना इस रूप में करना प्रभु श्रीकृष्ण का शाश्वत संदेश देती गीता का अपमान है।’’उल्लेखनीय है कि ‘मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ का लोकार्पण इस साल मई में किया गया। यह प्रख्यात बुद्धिजीवियों और विषय विशेषज्ञों द्वारा लिखे गए अध्यायों का संकलन है।

Advertisement
Next Article