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पीकन नट्स का सेवन कम करेगा दिल की बीमारियां, जानें कैसे

पीकन नट्स से बढ़ेगी आहार की गुणवत्ता

10:24 AM Mar 28, 2025 IST | IANS

पीकन नट्स से बढ़ेगी आहार की गुणवत्ता

पीकन नट्स का रोजाना सेवन दिल की बीमारियों को कम कर सकता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, पीकन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स और फाइबर दिल की बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। अध्ययन में पाया गया कि पीकन खाने वाले समूह में हार्ट संबंधी समस्याओं में कमी आई।

दिखने में ये अखरोट जैसा होता है। इसका शेल बाहर से गोल्डन ब्राउन होता है और अंदर से यह नट्स बेज रंग के होते हैं। अन्य नट्स के मुकाबले इसमें 70 प्रतिशत अधिक फैट होता है। भारत में इसे भिदुरकाष्ठ फल भी कहा जाता है, जो मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में उगाए जाते हैं। एक शोध में दावा किया गया है कि रोज 2 औंस यानी एक मुट्ठी पीकन नट्स खाने से कई समस्याओं पर लगाम लगाई जा सकती है।

ये अमेरिका का बेहद लोकप्रिय क्रंची न्यूट्रिशनल वैल्यू से भरपूर स्नैक है। खासतौर पर नॉर्थ अमेरिका और मेक्सिको में लोग इसे अपनी डाइट में प्रमुखता से शामिल करते हैं।

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अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक हालिया स्टडी में पाया गया कि अपने पसंदीदा नाश्ते की जगह इस लोकप्रिय अखरोट का मुट्ठी भर सेवन आपके दिल का ख्याल रखता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं – ये सभी दिल की बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

12 हफ्ते के अध्ययन में 138 वयस्कों को शामिल किया गया। इनमें वे लोग शामिल थे जिनके शरीर में एक रिस्क फैक्टर तो था ही। या तो वे हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई शुगर लेवल या हाई बीएमआई से जूझ रहे थे।

प्रतिभागियों में से आधे ने वैसा ही खाया जैसा वे रोज खाते थे, जबकि बाकी को प्रतिदिन 2 औंस पीकन खाने का निर्देश दिया गया था। अध्ययन की फंडिंग अमेरिकन पेकन काउंसिल ने की थी।

इसमें पाया गया कि जो लोग पीकन खाने वाले समूह में थे, उनके हार्ट संबंधी समस्याओं में काफी कमी आई। हालांकि इसे लेकर एक चेतावनी भी है। अध्ययन में यह नहीं पाया गया कि पीकन खाने से वैस्कुलर हेल्थ (संवहनी स्वास्थ्य) पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है – जिसका अर्थ है कि इसके सेवन से यह नहीं पता चलता कि आपकी रक्त वाहिकाएं अच्छे से काम करती हैं, हालांकि शोधकर्ताओं ने उम्मीद की थी कि ब्लड वेसल्स पर भी इसका असर पड़ेगा।

पीकन खाने वाले समूह के प्रतिभागियों ने भी औसतन 1.5 पाउंड वजन बढ़ाया – संभवतः इसलिए क्योंकि पीकन में प्रति औंस लगभग 200 कैलोरी होती है।

हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव के अलावा, अध्ययन में पाया गया कि ये नट्स खाने वाले प्रतिभागियों के आहार की समग्र गुणवत्ता में 17फीसदी की वृद्धि हुई। जिससे इस विश्वास को बल मिलता है कि पीकन स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है, खासकर अगर यह कम स्वस्थ स्नैक्स का विकल्प हो।

यह अध्ययन पिछले शोधों से भी मेल खाता है, जैसे कि 2021 का एक अध्ययन जिसमें पाया गया कि आठ सप्ताह तक प्रतिदिन 68 ग्राम पीकन का सेवन करने से प्रतिभागियों में कुल कोलेस्ट्रॉल में लगभग 5% की कमी आई और “खराब” एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में 6.4प्रतिशत से 9.5 प्रतिशत की कमी आई।

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