Cotton Export: भारत का कपास निर्यात तीन साल में $35 अरब के पार
भारत के कपड़ा उद्योग के लिए बीते तीन साल बेहद खास रहे हैं। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले तीन वर्षों में भारत ने कुल $35.642 अरब यानी लगभग ₹2.9 लाख करोड़ का cotton export किया है। इस आंकड़े में cotton yarn, cotton fabric, made-ups, other textile yarns, fabric made-ups और raw cotton का निर्यात शामिल है। भारत का सूती वस्त्र उद्योग अब न केवल घरेलू बाजार बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है।
Cotton Productivity से मिलेगी नई रफ्तार
गिरिराज सिंह ने यह भी जानकारी दी कि सरकार ने ‘Cotton Productivity Mission’ शुरू किया है, जो 2025-26 के केंद्रीय बजट में घोषित किया गया था। इस मिशन का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में भारत में कपास की productivity और quality को बढ़ाना है। इसमें modern innovation, टेक्नोलॉजी और संपूर्ण textile value chain को मजबूत करने पर फोकस रहेगा।
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (DARE) इस मिशन का नोडल विभाग होगा और Textile Ministry इसके सहयोगी के तौर पर काम करेगा। देश के सभी cotton producing states में यह मिशन लागू किया जाएगा, ताकि आधुनिक विज्ञान और टेक्नोलॉजी की मदद से कपास की उपज में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सके।
ELS Cotton और Climate Friendly Varieties पर विशेष जोर
मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस Cotton Mission में खासतौर पर Extra Long Staple (ELS) cotton varieties पर फोकस रहेगा। इसके तहत जलवायु परिवर्तन के अनुकूल (climate resilient), कीट-प्रतिरोधी (pest resistant) और high-yielding varieties विकसित की जाएंगी। सरकार का लक्ष्य है कि किसानों को ऐसे seeds और टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराई जाए जो ज्यादा उत्पादन दे और fiber की quality भी बेहतर हो।
NIFT की Global Partnership भी देगी नया आयाम
सिर्फ cotton production ही नहीं बल्कि fashion education में भी भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है। National Institute of Fashion Technology (NIFT) ने UK, France, Australia, Japan, USA, New Zealand और Finland सहित 14 से ज्यादा देशों के 22 संस्थानों के साथ strategic collaboration किया है।
इन collaborations में student exchange, faculty exchange, joint research projects, dual degree programs, collaborative curriculum development और global academic integration जैसे महत्वपूर्ण initiatives शामिल हैं। Fashion Industry के बड़े ग्लोबल संस्थानों जैसे FIT (New York), UAL (UK), ENSAITT (France) और Bunka (Japan) के साथ partnership की गई है।
100 से ज्यादा छात्रों मिला अंतराष्ट्रीय अनुभव
पिछले पांच सालों में NIFT के 100 से अधिक students और कई faculty members ने international exchange programs में भाग लिया है। इनमें short-term visits से लेकर semester-long exchanges तक के कार्यक्रम शामिल रहे। इससे Indian fashion students को world-class exposure मिल रहा है जो आने वाले वर्षों में भारत के textile sector को और मजबूत बनाएगा।
Cotton Export में India की बढ़ती पकड़
भारत का export data यह दिखाता है कि देश न केवल raw cotton बल्कि high-value-added products जैसे yarn, fabrics और made-ups में भी global market में अपनी पैठ बना रहा है। Productivity Mission और NIFT के international collaboration से आने वाले समय में भारत का textile export और भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। Textile industry के इस रफ्तार को देखकर कहा जा सकता है कि ‘Make in India’ और ‘Atmanirbhar Bharat’ जैसे अभियानों का असर अब ground level पर साफ दिख रहा है।
ये भी पढ़ेंः Supreme Court ने Kanwar Yatra Route पर दुकानों के लिए जारी किए सख्त निर्देश
Supreme Court की बेंच जिसमें जस्टिस एम एम सुंदरेश और एन कोटिश्वर सिंह शामिल थे, उन्होंने स्पष्ट किया कि इस समय Court केवल इतना निर्देश दे रहा है कि सभी होटल और भोजनालय अपने लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करें। Bench ने इस दौरान कहा कि यात्रा लगभग समाप्ति की ओर है, इसलिए इस स्तर पर मालिकों के नाम या QR Code प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश देने की आवश्यकता नहीं है।
Bench ने कहा, “हमें बताया गया है कि आज यात्रा का अंतिम दिन है और किसी भी हालत में यह कुछ ही समय में समाप्त हो जाएगी। इसलिए हम इस चरण में केवल होटल मालिकों को वैधानिक नियमों के अनुसार लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्रदर्शित करने का निर्देश दे रहे हैं।”
QR Code Display पर Court की चुप्पी आगे पढ़ें...