For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

देश पहले, फिर शादी! राजस्थान में रेड अलर्ट के बीच बदला शादी का वक्त

राजस्थान में मौसम के कारण शादी का वक्त बदला

03:34 AM May 14, 2025 IST | Aishwarya Raj

राजस्थान में मौसम के कारण शादी का वक्त बदला

देश पहले  फिर शादी  राजस्थान में रेड अलर्ट के बीच बदला शादी का वक्त

राजस्थान में देशभक्ति की मिसाल पेश करते हुए दो परिवारों ने भारत-पाक तनाव के कारण शादी का समय बदल दिया। बाड़मेर और पाली में आयोजित शादियों में रिसेप्शन और फेरे दिन में किए गए। परिवारों ने साबित किया कि देश की सुरक्षा व्यक्तिगत खुशियों से पहले है।

भारत-पाक तनाव के बीच राजस्थान से आईं दो सच्ची कहानियां देशभक्ति की मिसाल बन गईं। बाड़मेर और पाली में दो परिवारों ने अपने बच्चों की शादियों का समय बदल दिया—किसी ने रिसेप्शन रात से दिन में किया, तो किसी ने 1500 मेहमानों के बीच दिन में फेरे लिए। इन परिवारों ने दिखा दिया कि देश की सुरक्षा पहले है, फिर व्यक्तिगत खुशियां। पाली के मेडिकल व्यवसायी प्रवेश बाफना की बेटी नेहा ( बैंक मैनेजर) और इंजीनियर आतिश की शादी 9 मई को तय थी। शादी का कार्यक्रम शाम के डिनर और रात 11 बजे फेरों के साथ फाइनल था। करीब 1500 मेहमानों को आमंत्रण भेजा जा चुका था।

रात के फेरे हुए दोपहर में, फिर भी परिवार मुस्कुराया

रात के फेरे हुए दोपहर में, फिर भी परिवार मुस्कुराया

पाली के मेडिकल व्यवसायी प्रवेश बाफना की बेटी नेहा ( बैंक मैनेजर) और इंजीनियर आतिश की शादी 9 मई को तय थी। शादी का कार्यक्रम शाम के डिनर और रात 11 बजे फेरों के साथ फाइनल था। करीब 1500 मेहमानों को आमंत्रण भेजा जा चुका था। भारत-पाक तनाव के चलते प्रशासन ने रात के बाद लाइट्स जलाने पर रोक लगा दी। दोनों परिवारों ने तुरंत निर्णय लिया और देशहित में शादी का समय बदलकर दोपहर 3 बजे कर दिया। मेहमानों को वॉट्सऐप और कॉल्स से नई जानकारी दी गई। शादी जोधपुर के गढ़ गोविंद रिसॉर्ट में दोपहर को संपन्न हुई। बाफना ने कहा, “कुछ मेहमान नहीं आ सके, पर देश के लिए इतना करना कोई बड़ी बात नहीं।”

एक हजार मेहमानों का खाना बर्बाद

बाड़मेर के भरत कुमार के भतीजे मोहन उर्फ मनीष की शादी 8 मई को थी। रिसेप्शन का समय रात 8 बजे का रखा गया था। लेकिन ब्लैकआउट एडवाइजरी और रेड अलर्ट के चलते कार्यक्रम को दोपहर 1 बजे शिफ्ट कर दिया गया। भरत कुमार ने बताया कि एक हजार मेहमानों के लिए खाना बन चुका था, सारा घर सज चुका था, लेकिन प्रशासन के निर्देश के बाद लोग घरों से नहीं निकले। सिर्फ परिवार के सदस्य ही शादी में शामिल हो पाए। उन्होंने कहा, “जुझाराम के इकलौते बेटे की शादी थी, सब तैयारी कर रखी थी, लेकिन देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है। अगर सबकुछ बदलना पड़ा, तो कोई बात नहीं।”

Bikaner का पुराना नाम जानते हैं आप?

बीकानेर में भी शादी के वक्त में बदलाव

बीकानेर के हलवाई मानजी ने बताया कि शादी समारोहों का समय तेजी से बदला जा रहा है। जयपुर-जोधपुर बाइपास से लेकर पुरानी गिन्नाणी तक सभी जगहों पर शादी के कार्ड पहले ही बंट चुके हैं, लेकिन रात के डिनर की जगह अब दिन के लंच का इंतजाम किया जा रहा है।

मानजी कहते हैं, “300 लोगों के खाने का मेन्यू तक बदलना पड़ा, लेकिन हमें खुशी है कि लोग हालात को समझ रहे हैं।”

Advertisement
Advertisement
Author Image

Aishwarya Raj

View all posts

Advertisement
×