IND vs SA : हमारी टीम जीत की हकदार नहीं थी : Rohit Sharma
IND vs SA सेंचूरियन टेस्ट केवल ढाई दिन के अन्दर समाप्त हो गया। भारतीय टीम का वर्ल्ड कप के बाद दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी सेंचूरियन टेस्ट के तीसरे दिन क्षण से टूट गया। मैच के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा को यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि उनकी टीम दक्षिण अफ्रीका को चुनौती नहीं दे पाई और उन्होंने पहले टेस्ट में पारी और 32 रन की शर्मनाक हार के लिए सामूहिक प्रयास की कमी को जिम्मेदार ठहराया।
HIGHLIGHTS
- सेंचूरियन टेस्ट में भारतीय टीम की करारी हार
- दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पारी और 32 रन से हराया
- पहला टेस्ट केवल तीन दिन में समाप्त
- दूसरा टेस्ट 3 जनवरी से केपटाउन में खेला जाएगा
भारतीय टीम ने बल्ले और गेंद दोनों से ही काफी लचर प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 108.4 ओवर में 408 रन बनाने देने के बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम 34.1 ओवर में 131 रन पर ढेर हो गई। मेहमान टीम ने पहली पारी में 245 रन बनाए थे।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा कि हम जीत के हकदार नहीं थे। (टॉस हारकर) बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने के बाद लोकेश (राहुल) ने हमें उस स्कोर तक पहुंचाने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन फिर हम गेंद के साथ परिस्थितियों का फायदा नहीं उठा सके और फिर आज भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें टेस्ट मैच जीतना है तो हमें सामूहिक रूप से योगदान देना होगा और हम ऐसा नहीं कर पाए। साथी खिलाड़ी पहले भी यहां खेल चुके हैं और हम जानते हैं कि हमसे क्या उम्मीद है। हर खिलाड़ी की अपनी एक अलग योजना है।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमारे बल्लेबाजों को चुनौती मिली और हम पिच पर अच्छी तरह से सामंजस्य नहीं बैठा पाए। यह बाउंड्री से रन बनाने वाला मैदान है, हमने उन्हें कई बाउंड्री लगाते हुए देखा लेकिन हमें प्रतिद्वंद्वी और उनकी ताकत को भी समझने की जरूरत है। हमने दोनों पारियों में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, यही कारण है कि हम यहां खड़े हैं। मैच तीन दिन के अंदर समाप्त होने से रोहित शर्मा को कोई भी सकारात्मक चीज नजर नही आ रही। उन्होंने कहा, ‘‘तीन दिन के भीतर मैच खत्म होने से बहुत अधिक सकारात्मक चीजें तो नहीं मिली लेकिन राहुल ने दिखाया कि हमें इस तरह की पिच पर क्या करने की जरूरत है।राहुल ने पहली पारी में शतक लगाया था।
भारतीय टीम को हराना बहुत बड़ी बात है - डीन एल्गर
अपनी आखिरी अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला खेलते हुए डीन एल्गर ने शानदार 185 रन बनाए। उन्होंने इसे ‘विशेष’ पारी करार दिया और टोनी डिजॉर्जी (28) तथा मार्को यानसन(84) के साथ अपनी साझेदारी पर बात की।
मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए एल्गर ने कहा कि यह पारी बहुत खास थी। कभी-कभी हम जो करना चाहते हैं वह योजना के मुताबिक नहीं हो पाता लेकिन खुशी है कि आज यह काम कर गया। मुझे लगता है कि आपको चीजों को अच्छा और सरल बनाए रखने की जरूरत है, खेल पहले से ही काफी जटिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टोनी के साथ अच्छी साझेदारी और फिर यानसन ने भी शानदार प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। आपको 20 विकेट लेने के लिए तेज गेंदबाजों और स्पिनर की जरूरत होती है, इसी तरह हम टेस्ट मैच जीतते हैं।’’
नांद्रे बर्गर (33 रन पर चार विकेट), कागिसो रबाड़ा (32 रन पर दो विकेट) और मार्को यानसन (36 रन पर तीन विकेट) की दक्षिण अफ्रीका की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने दूसरी पारी में भारत को 34.1 ओवर में 131 रन पर ढेर कर दिया।
एल्गर ने कहा कि रबाड़ा शानदार था लेकिन फिर नांद्रे बर्गर ने दिखाया कि वह क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के लिए इतना महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। अगर आप पहला टेस्ट नहीं जीतते तो आप दो टेस्ट मैचों की सीरीज नहीं जीत सकते, भारतीय टीम को हराना बहुत बड़ी बात है।’’