IND vs SL : कप्तान बनने के बाद सूर्यकुमार यादव ने कही दिल की बात
IND vs SL : भारत की टी20 टीम के नए कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा है कि उनके लिए क्रिकेट जिंदगी नहीं है बल्कि जिंदगी का एक हिस्सा है और ये बात उन्हें इस खेल से ही सिखने को मिली है। सूर्यकुमार यादव इस समय श्रीलंका दौरे पर हैं जहां शनिवार से तीन मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो रही है। इस सीरीज से पहले सूर्यकुमार यादव ने कप्तानी और अपने क्रिकेट करियर को लेकर बीसीसीआई की मीडिया टीम से बात की। इस बातचीत का वीडियो बीसीसीआई के एक्स हैंडल पर पोस्ट किया गया है। इस वीडियो में सू्र्यकुमार ने साफ कहा है कि क्रिकेट ने ही उन्हें जीवन में चीजों के बीच में संतुलन बनाना सिखाया।
HIGHLIGHTS
- सूर्यकुमार यादव ने कहा है कि उनके लिए क्रिकेट जिंदगी नहीं है बल्कि जिंदगी का एक हिस्सा है
- और ये बात उन्हें इस खेल से ही सिखने को मिली है
- सूर्यकुमार यादव इस समय श्रीलंका दौरे पर हैं जहां शनिवार से तीन मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो रही है
विनम्र रहना है काफी जरूरी
सूर्यकुमार ने कहा है कि क्रिकेट से जो सबसे अहम चीज उन्होंने सीखी वो ये है कि आप कितने विनम्र रहते हो। सूर्यकुमार ने कहा, "जब आप कुछ हासिल कर लो या जब अब अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हो, इस दौरान आप कितने विनम्र रहते हो, ये बात मैंने इस खेल से सीखी है। जब आप मैदान पर कुछ करते हो तो उसे मैदान पर ही छोड़कर जाना चाहिए। मैदान के बाहर इसे नहीं ले जाना है।"
क्रिकेट जिंदगी का हिस्सा है
सूर्यकुमार ने कहा कि आप क्रिकेट के मैदान पर जो कुछ भी कर रहे वो आपकी जिंदगी नहीं है बल्कि जिंदगी का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "ये आपका जीवन नहीं है, ये आपके जीवन का हिस्सा है। इसलिए ऐसा नहीं है कि जब आप अच्छा कर रहे हो तो टॉप पर रहोगे और जब अच्छा नहीं कर रहे होगे तो अंडरग्राउंड रहोगे। ये चीज आपको एक स्पोर्ट्समैन के तौर पर नहीं करनी चाहिए। इससे ही मुझे जीवन में संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
गौतम गंभीर पर बात करते हुए ऐसा बोले सूर्या
सूर्यकुमार ने गंभीर के साथ अपने रिश्तों पर बात करते हुए कहा, "ये जो रिलेशनशिप है वो काफी शानदार है। मैं जब 2014 में कोलकाता में गया था तो मैं उनके अंडर में खेला था। ये खास था क्योंकि वहां मुझे मौका मिला खेलने का और फिर मैं आगे बढ़ा। वो कहते हैं कि तुम दो कदम चले हम भी 20 कदम आए और बीच में कहीं तो मिले। हम दोनों का रिलेशन वैसा ही था और अभी भी वैसा ही है।" उन्होंने कहा, "वह (गंभीर) जानते हैं कि मैं कैसे काम करता हूं। जब मैं प्रैक्टिस पर आता हूं तो मेरा माइंडसेट क्या होता है। मैं भी जानता हूं कि वह एक कोच के तौर पर कैसे काम करते हैं। हम दोनों का रिश्ता शानदार है और ये काफी बेहतरीन मौका है साथ में काम करने का।"