बोरीवली के आम लड़के से लेकर हिटमैन तक का सफ़र, पर अभी भी अधूरा है Rohit Sharma का एक ख्वाब
Rohit Sharma's Real Dream : साल 2007 में जब उस खिलाड़ी ने भारतीय टीम में पहली बार कदम रखा तो उसे शायद यह नहीं पता था कि आने वाले समय में वह पूरे भारत का अभिमान बन जाएगा। वो जहां जाएगा फैंस उसके दीवाने हो जाएंगे। एक बार छोटी उम्र में जब उससे किसी ने सवाल किया की लाइफ में कैसा स्टारडम चाहते हो तो लड़के ने कहा कि मैं कहीं भी जाऊं तो लोगों को लगे की कोई आया है। आज की जेनरेशन शायद यह बात नही जानती होगी की जिस वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को जीतने के लिए विराट कोहली जैसे महान खिलाड़ी ने लगभग 15 साल का तप किया है वह ट्रॉफी एक 21 साल का बच्चा अपने शुरुआती करियर में ही जीत जाता है। जी हां शायद आप अब समझ गए होंगे कि आज हम बात कर रहे हैं वर्ल्ड चैंपियन कप्तान रोहित शर्मा की। एक ऐसा खिलाड़ी जो कभी अपने लिए नहीं खेला। उसकी पहली पसंद अपना देश भारत है।
आज हम जानेंगे रोहित शर्मा के उस खास सफर को, आज हम जिएंगे कि कैसे बोरीवली का एक लड़का बना टीम इंडिया का हिटमैन और कैसे सब कुछ होने के बावजूद, आज भी एक खास चीज का इस महान खिलाड़ी को है इंतजार। तो चलिए फिर शुरू करते हैं।
रोहित शर्मा ने आईसीसी टूर्नामेंट तो अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही जीत लिया था जब भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत इतिहास रच दिया था। हमारे बड़े बूढों को याद होगा कि जो ओपन बस रोड शो हमने कुछ दिन पहले देखी है असल में वह इससे पहले भी देखी जा चुकी है। इस टीम में थे वीरेन्द्र सहवाग युवराज सिंह, गौतम गंभीर, इरफान पठान, हरभजन सिंह और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे महान खिलाड़ी। उन बड़े बड़े दिग्गज खिलाड़ियों के बीच रोहित शर्मा को कोई जानता तक नही था लेकिन ऐसा नहीं है की रोहित इस वर्ल्ड कप में फ्लॉप हुए थे। रोहित ने सुपर 8 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मस्ट विन मैच में अर्धशतक लगाया और फिर फाइनल में 30 रन की अहम पारी खेली थी।
वर्ल्ड कप के बाद वक्त गुजरता रहा, क्योंकि रोहित शर्मा मिडल ऑर्डर के बल्लेबाज थे और उस दौरान रोहित अपने आप में ही काफी उलझे हुए थे जिस कारण वो टीम से लगातार अंदर बाहर होते रहे। इस दौरान एक वो वक्त भी आया जब रोहित शर्मा को पूरी उम्मीद थी की 2011 वर्ल्ड कप में मेरा नाम जरूर होगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया..... 2011 वर्ल्ड कप टीम स्क्वाड से रोहित का नाम गायब था। रोहित जैसे उस दिन टूट गए थे। ऐसे में उन्होंने वर्ल्ड कप ना देखने की ठानी लेकिन देश प्रेम के चलते उन्होंने पूरा विश्व कप 2011... टीवी पर देखा । 2011 विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम भविष्य की ओर रुख कर चुकी थी। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, जैसे दिग्गज अब युवाओं को मौके देने पर तरजीह दे रहे थे। इस बीच मौका आया चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का.... जहां एक बार फिर भारत के बड़े बड़े खिलाड़ी टीम से बाहर हो गए थे वहीं कुछ खिलाड़ी चोट और बीमारी की वजह से टीम इंडिया से ड्रॉप हुए। ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी की उस टीम में कई नए खिलाड़ियों को जगह मिली। जिनमें एक रोहित शर्मा भी थे। लेकिन अब एक ऐसी समस्या पैदा हुई जो रोहित के साथ शुरू से ही रही है। आखिर रोहित खेलेंगे किस नंबर पर, प्रैक्टिस मुकाबले में दिनेश कार्तिक के शानदार प्रदर्शन के चलते नंबर 4 का स्थान भी अब रोहित से छिन गया था। ऐसे में उस समय के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा को ओपनिंग करने के लिए कहा। रोहित को मैच खेलना था तो वो धोनी को मना भी नही कर पाए। उनके पार्टनर थे शिखर धवन। रोहित को 1-2 मुकाबलों में पहले भी ओपनिंग का एक्सपीरियंस था लेकिन यह एक आईसीसी टूर्नामेंट था और वो भी इंग्लैंड की पिच पर जहां शुरुआत में तेज गेंदबाजों का बोलबाला देखने को मिलता है। रोहित ने धवन से कहा कि भाई मैं ओपनर नही हूं पहली बॉल तुम फेस कर लो तो धवन ने इस बात के लिए भी मना कर दिया अब ऐसे में रोहित को ही पहली बॉल फेस करनी थी। और उस दिन पहली बॉल खेलने के रोहित तैयार हुए.... और जैसे की वर्ल्ड क्रिकेट और रोहित का नसीब भी अब सिर्फ इस फैसले के इंतजार में ही बैठा था। इस डिसीजन ने पूरी की पूरी हिस्ट्री ही पलट कर रख दी। सुनील गावस्कर, कृष्णमाचारी श्रीकांत, सचिन रमेश तेंदुलकर, वीरेन्द्र सहवाग, सौरव गांगुली, जैसे ओपनरों के बाद भारत को एक ऐसा ओपनर मिल गया था जो भविष्य में दुनिया का सबसे बड़ा सिक्स हिटर बनने वाला था। उस मैच के दौरान एक अजीब वाक्य भी हुआ जब रोहित को बल्लेबाजी करते वक्त एक शॉर्ट बॉल उनके ग्लव्स पर लगी जिससे उनकी उंगली में काफी दर्द हुआ जब फिजियो ने उंगली को छुआ तो रोहित दर्द से कराह उठे। वो दिन है और आज का दिन है जब हर कोई जानता है कि रोहित को शॉर्ट बॉल करने का मतलब क्या है?
रोहित को उस वर्ल्ड कप में ज्यादा बड़े स्कोर तो नही मिले लेकिन हर मैच में वो धवन के साथ मिलकर शुरुआती 1 घंटा अच्छे से खेलते थे और टीम को अच्छी शुरुआत देने में सफल होते थे। देखते ही देखते रोहित एक परफेक्ट ओपनर बनने लगे। वनडे क्रिकेट में उनके बल्ले से जब पहला 200 निकला तो उसके बाद जैसे दोहरे शतकों की बाड़ आ गई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209, श्रीलंका के खिलाफ 264 और फिर श्रीलंका के खिलाफ ही 208 रन... आज भी यादगार माने जाते हैं। उसके अलावा 2015 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ 138, 2019 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 140, जैसी एक से बढ़कर एक पारियां। रोहित की जैसे अपनी एक ख्याति है की अगर रोहित का शतक हो गया तो फैंस सीधा 200 की सोच रखते हैं और कुछ तो शायद 300 तक के सपने देखने लगते हैं।
धीरे धीरे उधेड़ बुन में फंसा रहने वाला रोहित अब दुनिया की क्रिकेट पर राज कर रहा था लोगों ने उसे एक नया नाम दिया था इंडियन क्रिकेट टीम का हिटमैन। बाकी टीम के गेंदबाजों का तो यह भी मान ना था की बाकी इंडिया एक तरफ और रोहित शर्मा एक तरफ। अगर ये खड़ा रह गया तो यह 100 भी नही करेगा ये सीधा 200 करेगा।
पाकिस्तान के पुराने गेंदबाज ने अपने शो के दौरान कहा था की रोहित जब क्रीज पर रहता है तो सच में लगता हैं की कोई वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज मैदान पर खड़ा है.... ये बॉलर्स की जान निकाल लेता है। भारत ने 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली... जिसके साथ ही रोहित की झोली में 2 आईसीसी टूर्नामेंट दर्ज हो गए लेकिन.............
रोहित का वनडे वर्ल्ड कप का जीतने का सपना अभी भी बाकी था। भारत की किस्मत अगर शायद अच्छी होती तो भारत अब तक कितने ही आईसीसी ट्रॉफी जीत चुका होता लेकिन 2015 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 95 रन की हार, फिर 2016 T20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज, उसके बाद 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान, 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड, 2021 वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज एग्जिट, 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंसशिप फाइनल में न्यूजीलैंड,2022 टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड, 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और सबसे बड़ा जख्म लगा 2023 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर। लगभग 11 साल और लगभग इतने ही आईसीसी टूर्नामेंट..
लेकिन भारत ट्रॉफी जीत ही नही पाया। 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद तो रोहित भारत के कप्तान बन चुके थे। लेकिन उनको भी नसीब के आगे मजबूर होना पड़ रहा था। लेकिन 2024 टी20 वर्ल्ड कप में रोहित ने नसीब पर भी जीत पाई और आखिरी 30 गेंदों में जब दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 30 रन की दरकार थी उस समय उन्होंने अपनी कप्तानी से भारत को 7 रन की जीत दिलाते हुए टी20विश्व कप ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया। रोहित के आंखों से निकलते हुए आसूं इस बात का साफ इशारा कर रहे थे कि उन्हें इस जीत की कितनी जरूरत थी। शायद वो यहां पर खुद के लिए ही लड़ रहे थे। उसके तुरंत बाद रोहित शर्मा ने टी20 क्रिकेट से सन्यास का फैसला कर लिया। भारत को आईसीसी ट्रॉफी तो मिल गई.... वो सूखा भी खत्म हो गया जिसका इंतजार भारतीय फैंस पिछले 11 साल से कर रहे थे लेकिन....... क्या वाकई रोहित का सपना सच हो गया है।
तो इसका जवाब है नहीं, हम सब जानते हैं कि रोहित का असल सपना है भारत को वनडे वर्ल्ड चैंपियन बनाना जो ट्रॉफी 1983 में कपिल देव का हाथों में थी जो ट्रॉफी 2011 में महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज उठा चुके हैं असल में वो ट्रॉफी तो रोहित से अभी कोसों दूर हैं। अगर पिछले साल 19 नवंबर को भारत जीत जाता तो शायद आज हम यह वीडियो बना ही नही रहे होते। रोहित शर्मा ने कई बार अपने इंटरव्यू में कहा है कि मेरा असल सपना वनडे वर्ल्ड कप जीतना है। ऐसा नहीं है की मुझे बाकी आईसीसी टूर्नामेंट पसंद नही लेकिन मुझे वर्ल्ड कप ट्रॉफी सपने में दिखती है यार.... मुझे ट्रॉफी के तीन पिलर और वो वर्ल्ड का ग्लोब नजर आता है मेरे भाई. अगले विश्व कप के होने में अभी तकरीबन 4 साल बाकी हैं क्योंकि अगला वनडे विश्व कप 2027 में दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर खेला जाएगा। कई पूर्व क्रिकेटर, फैंस, आलोचकों का तो मानना है की रोहित का यह सपना अब कभी भी पूरा नहीं हो पाएगा क्योंकि रोहित पर अब उम्र हावी होने लगी है। उनका तो यह भी मानना है की 2024 टी20 वर्ल्ड कप की तरह अब एक दो साल में रोहित वनडे और टेस्ट क्रिकेट से भी सन्यास ले लेंगे। लेकिन रोहित शर्मा के फैंस अब भी यही चाहते हैं कि रोहित प्लीज..... कम से कम आप 2027 वर्ल्ड कप तक तो रुक जाओ। हमे एक बार फिर मैदान पर वही बल्लेबाजी की आग देखनी है जो 2019 विश्व कप में 648 रन में दिखी थी और जो 2023 वर्ल्ड कप के 597 रन में छिपी हुई थी। हमे दक्षिण अफ्रीका के मैदान पर एक बार फिर वही कप्तान देखना है जिसकी कप्तानी में भारत ने 2024 का टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। हमे मैदान पर वही मस्तमौला इंसान देखना है जो छोटे बच्चों के दम पर इंग्लैंड की बड़ी टीम को टेस्ट सीरीज में 4-1 से हरा देता है। हमे मैदान पर एक बार फिर आपको उस सपने के साथ देखना है जो अभी तक आप शायद पूरा नहीं कर पाए। हमे पूरा यकीन है की इस बार आप जरूर सफल होगे.... बस आप छोड़ना नही कस कर डटे रहना। अब रोहित शर्मा की यह वीडियो आप लोगों को कैसी लगी हमे कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताएं साथ ही आप से हमारा एक सवाल भी है कि क्या रोहित शर्मा को 2027 का वर्ल्ड कप खेलना चाहिए। इसका आंसर हमे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।