Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Day 8 of Navratri 2025: नवरात्रि के आठवें दिन ऐसे करें मां महागौरी की पूजा, उनके दिव्य स्वरूप से लेकर पसंदीदा रंग तक जानें सब कुछ

12:43 PM Sep 30, 2025 IST | Shweta Rajput
Day 8 of navratri 2025

Day 8 of Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन देवी दुर्गा के अष्टम स्वरूप माँ महागौरी को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक माँ की पूजा करने से भक्तों के जीवन से सभी कष्ट दूर होते हैं और उन्हें सुख-समृद्धि तथा शांति की प्राप्ति होती है।

माँ महागौरी को श्वेत वर्ण की देवी माना गया है और इन्हें करुणा, शांति और तपस्या की प्रतिमूर्ति कहा जाता है। आइए जानते हैं नवरात्रि के 8वें दिन की पूजा विधि, महत्व और माँ महागौरी का स्वरूप विस्तार से।

Day 8 of Navratri 2025: जानें नवरात्रि के आठवें दिन का महत्व

Advertisement
Day 8 of Navratri 2025

नवरात्रि का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि माँ महागौरी की पूजा करने से अज्ञानता दूर होती है और ज्ञान का प्रकाश जीवन में आता है। मां महागौरी शिव परिवार की देवी हैं, जो शारीरिक, मानसिक और सांसारिक दुख दूर करती हैं। उनका ध्यान, स्मरण और पूजा से सभी पाप धुल जाते हैं और व्यक्ति पवित्र बन जाता है।

इस दिन श्रद्धा से पूजा करने वाले भक्तों के पाप नष्ट होते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। माँ महागौरी का आशीर्वाद पाकर जीवन में सुख-समृद्धि आती है और परिवार में शांति बनी रहती है। विवाह में आ रही रुकावटें और वैवाहिक जीवन की कठिनाइयाँ भी दूर होती हैं। जिन दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो रही है, वे इस दिन मां से प्रार्थना करें तो उनकी मनोकामना पूर्ण हो सकती है।

Also Read:- Banana Cutlet Recipe: नवरात्रि के पहले दिन घर पर बनाएं ये टेस्टी केले की कटलेट, जानें व्रत फूड की आसान रेसिपी

Navratri Day 8 Goddess: जानें कैसा है मां महागौरी का स्वरूप

Navratri Day 8 Goddess

शास्त्रों में वर्णन है कि माँ महागौरी का रूप अत्यंत दिव्य और तेजस्वी है। मां महागौरी अत्यंत सौम्य और कोमल स्वभाव की देवी हैं। उनका शरीर श्वेत है और वे सफेद वस्त्र धारण करती हैं। इसी कारण उन्हें श्वेताम्बरधरा देवी भी कहा जाता है। उनके चार हाथ होते हैं, जिनमें से एक हाथ में त्रिशूल, दूसरे में डमरू, तीसरे से वे वरदान देती हैं और चौथे हाथ से अभय मुद्रा में रहती हैं।

माँ का वाहन वृषभ (बैल) है, इसलिए इन्हें वृषारूढ़ा भी कहा जाता है। माँ महागौरी का स्वरूप साधक के जीवन से अंधकार दूर करके प्रकाश की ओर ले जाता है। उनका तेज ऐसा है कि साधारण मनुष्य भी उन्हें देखकर मोहित हो जाता है। कहा जाता है कि माँ महागौरी के ध्यान और भक्ति से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।

Also Read:- Navratri Special Mehndi Designs: नवरात्रि में अपने हाथों में लगाएं ये खूबसूरत मेहंदी डिजाइन, शृंगार को बनाएं और भी आकर्षक

Navratri 8th Day Colour: नवरात्रि के आठवें दिन इस तरह करें मां को

Navratri 8th Day Colour

नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी की पसंदीदा चीजों का ही भोग लगाया जाता है। माँ को श्वेत रंग सबसे अधिक प्रिय हैं। इसलिए इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनकर मां की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है।

मां महागौरी अत्यंत सौम्य और कोमल स्वभाव की देवी हैं। मां श्वेत वस्त्र धारण करती हैं और उनका रंग गोरा है, इसलिए उन्हें महागौरी कहा जाता है। मां महागौरी को श्वेताम्बरधरा देवी भी कहा जाता है।

Also Read:- Durga Chalisa Lyrics In Hindi: नवरात्रि में मां दुर्गा चालीसा का करें पाठ, घर में सुख समृद्धि और धन का हमेशा रहेगा वास

Navratri 8th Day Puja Vidhi: नवरात्रि के आठवें दिन की पूजा विधि

Navratri 8th Day Puja Vidhi

1. सुबह स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें। सफेद वस्त्र पहनना इस दिन शुभ माना जाता है।

2. माँ महागौरी की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें। उन्हें सफेद फूल, चंदन और अक्षत अर्पित करें।

3. दीपक और धूप जलाएं। शुद्ध घी का दीपक जलाना विशेष फलदायी माना जाता है।

4. माँ को सफेद पुष्प अर्पित करें। खासकर गजरा या मोगरे के फूल माँ को अति प्रिय हैं।

5. भोग चढ़ाएं। इस दिन नारियल, सफेद मिठाई, दूध से बनी खीर और हलवा-पूरी का भोग लगाना शुभ फल देता है।

6. माँ महागौरी का बीज मंत्र: - (“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ महागौर्यै नमः॥”)

इस मंत्र का जप कम से कम 108 बार करना लाभकारी होता है।

7. आप चाहें तो आप इस दिन कन्या पूजन भी कर सकते हैं। नवरात्रि के अष्टमी दिवस को कन्या पूजन का विशेष महत्व है। 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को देवी स्वरूप मानकर उन्हें भोजन कराना और उपहार देना चाहिए।

8. आरती करें। दिन के अंत में माँ की आरती गाकर उनकी स्तुति करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।

Also Read:- Durga Puja Special Beguni Recipe: दुर्गा पूजा में प्रसाद के लिए जरूर बनाएं बेगुनी, इसके बिना अधूरी मानी जाती है पूजा

Advertisement
Next Article