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कर्नाटक में दलित युवक की मौत : 'न्याय' की मांग को लेकर बेलथांगडी शहर से मंगलुरु तक निकाला विरोध मार्च

कर्नाटक में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं ने संघ परिवार के एक कार्यकर्ता द्वारा कथित तौर पर मारे गए दलित युवक दिनेश कन्यादी के परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बेलथांगडी शहर से मंगलुरु तक विरोध मार्च निकाला।

04:49 AM Mar 30, 2022 IST | Shera Rajput

कर्नाटक में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं ने संघ परिवार के एक कार्यकर्ता द्वारा कथित तौर पर मारे गए दलित युवक दिनेश कन्यादी के परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बेलथांगडी शहर से मंगलुरु तक विरोध मार्च निकाला।

कर्नाटक में दलित युवक की मौत    न्याय  की मांग को लेकर बेलथांगडी शहर से मंगलुरु तक निकाला विरोध मार्च
कर्नाटक में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं ने संघ परिवार के एक कार्यकर्ता द्वारा कथित तौर पर मारे गए दलित युवक दिनेश कन्यादी के परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बेलथांगडी शहर से मंगलुरु तक विरोध मार्च निकाला।
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प्रदर्शनकारियों ने  60 किमी तक किया मार्च 
प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के ‘लापरवाह रवैये’ की निंदा करते हुए 60 किमी तक मार्च किया। उन्होंने दिनेश के परिवार के लिए मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपये और उनके परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की।
मौत की साजिश की जांच होनी चाहिए – कोडलीपेट
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एसडीपीआई के राज्य सचिव अफसर कोडलीपेट ने मंगलवार को कहा कि उनके परिवार को 2 एकड़ जमीन दी जानी चाहिए, मौत की साजिश की जांच होनी चाहिए और मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
एसडीपीआई के जिला अध्यक्ष अबूबकर कुलायी ने कहा, ‘सत्तारूढ़ भाजपा सरकार संघ परिवार के एक कार्यकर्ता की हत्या के बाद संवेदना और मुआवजे की बौछार करेगी .. आरोपी व्यक्तियों पर यूएपीए अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।’ उन्होंने परोक्ष रूप से शिवमोग्गा में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष हत्याकांड का जिक्र करते हुए यह बात कही।
‘लेकिन, अगर एक दलित को संघ परिवार के कार्यकर्ता द्वारा मार दिया जाता है, तो सरकार का कोई भी व्यक्ति उसके परिवार से मिलने की जहमत नहीं उठाता, न ही मुआवजे की घोषणा की जाती है और न ही परिवार को सांत्वना की पेशकश की जाती है।’
आरोपी संघ परिवार का कार्यकर्ता
उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक सरकार को दिनेश कन्यादी के परिवार की मदद के लिए आगे आना चाहिए। हालांकि, चूंकि आरोपी संघ परिवार का कार्यकर्ता है, इसलिए मामले को गंभीरता से नहीं लिया जाता है और सरकार इस पर आंखें मूंद रही है।’
23 फरवरी को एक दलित युवक दिनेश कन्यादी पर एक मामूली कारण से हमला किया गया था। उसने उसी दिन धर्मस्थल के अस्पताल में अंतिम सांस ली।
संघ परिवार के कार्यकर्ता और भाजपा नेता डी. कृष्णा को मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
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