Delhi Acid Attack: पीड़ित लड़की के पिता ने रची झूठी साजिश, खुद जलाया अपना हाथ, पुलिस के सामने कबूला जुर्म, हुए चौंकाने वाले खुलासे
Delhi Acid Attack: दिल्ली में एसिड अटैक की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया था लेकिन यह घटना झूठी थी और लड़की के पिता ने अपने बेटी के साथ मिलकर रची थी। इस घटना के बाद फरार चल रहे लड़की के पिता अकिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि जांच के बाद मामले में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और मुख्य आरोपी की पत्नी द्वारा दर्ज एक अलग उत्पीड़न मामले से संबंध सामने आए हैं।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि महिला पर तेज़ाब नहीं फेंका गया था, बल्कि उसकी बेटी ने घर से टॉयलेट क्लीनर लाकर अपने हाथों पर डाला था, जिसके बाद तेज़ाब हमले का झूठा मामला दर्ज किया गया।
Delhi Police Statement
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है, इसलिए सभी तथ्यों और बयान की पुष्टि की जा रही है। दिल्ली पुलिस के एक बयान के अनुसार, 26 अक्टूबर को एक 20 वर्षीय ओपन स्कूल की छात्रा को हाथों में जलने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसने पुलिस को बताया कि जब वह एक्स्ट्रा क्लास के लिए कॉलेज जा रही थी, तब उसके एक परिचित ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उस पर तेज़ाब फेंका। उसने आरोप लगाया कि उसका परिचित उसका पीछा कर रहा था और लगभग एक महीने पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था।
Delhi Acid Attack

घटना के बाद, भारतीय न्याय संहिता की धारा 124(1)/ 3 * (5) के तहत FIR दर्ज की गई और अपराध एवं फोरेंसिक टीमों द्वारा घटनास्थल की जाँच की गई। हालाँकि, जाँच के दौरान, पुलिस को महिला के बयान झूठे लगे। अधिकारियों के अनुसार, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों से पता चला है कि घटना के समय उसका एक परिचित करोल बाग में था। हमले में कथित तौर पर इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी वहीं मिली।
#WATCH | Delhi: 20-year-old woman sustains acid burn injuries after an alleged acid attack near Laxmi Bai College, National Commission for Women (NCW) Member Archana Majumdar says, "... The NCW is committed to women's security, safety, and dignity... We are ensuring prompt… pic.twitter.com/QGB2xHyxZd
— ANI (@ANI) October 27, 2025
CCTV Investigation
एसिड अटैक की झूठी कहानी की पोल CCTV ने खोल दी है। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर), अशोक विहार और करोल बाग के सीसीटीवी फुटेज और कई गवाहों के बयानों से पता चला कि जितेंद्र सुबह से ही करोल बाग में एक वैध पेंटिंग ठेके पर था, और हमले के दौरान उसकी मोटरसाइकिल वहीं खड़ी थी। किसी भी फुटेज में तीनों को भागते हुए नहीं दिखाया गया।
DU Acid Attack Investigation

इस मामले में झूठी कहानी रचने के साथ ही दूसरा मामला भी सामना आया है। जहां गहन जाँच से पहले की शिकायतों की भी पोल खुल गई है। हमले से कुछ ही दिन पहले, 24 अक्टूबर को, जितेंद्र की पत्नी ने भलस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बार-बार यौन उत्पीड़न, जबरन शारीरिक संबंध बनाने और आपत्तिजनक तस्वीरों और वीडियो के ज़रिए जबरन वसूली का आरोप लगाया था। अब इस अलग एफआईआर की जांच चल रही है, और अब अकिल खान की गिरफ्तारी से मामले के तार और भी उलझ सकते हैं।

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