दिल्ली पुलिस ने 'बुली बाई' ऐप के बारे में ट्वीटर से मांगी जानकारी, आपत्तिजनक सामग्री को हटाने को कहा
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर से ‘बुली बाई’ ऐप के बारे में जानकारी मांगी है और इस पर पोस्ट की गई महिलाओं संबंधी आपत्तिजनक सामग्री को हटाने को कहा है।
03:19 PM Jan 03, 2022 IST | Desk Team
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर से ‘बुली बाई’ ऐप के बारे में जानकारी मांगी है और इस पर पोस्ट की गई महिलाओं संबंधी आपत्तिजनक सामग्री को हटाने को कहा है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।गौरतलब है कि दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने गिटहब प्लेटफार्म पर बनाए गए एक मोबाइल ऐप ‘बुली बाई’ पर उसकी तस्वीर पोस्ट कर उस पर आपत्तिजनक और अश्लील बातें लिखी थी। इस पर अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाकर उनका अपमान किया गया है।
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मामले का खुलासा एक जनवरी को हुआ
इस ऐप पर अनेक महिलाओं की तस्वीरें हैं और इनमें पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, मशहूर शख्सियतें हैं। इस मामले का खुलासा एक जनवरी को हुआ और इस पर काफी अश्लील बातें लिखी गई हैं। ‘बुली बाई’ ऐप पर तस्वीरें डालना पिछले वर्ष जुलाई में ‘सुल्ली डील्स’ पर डाली गई तस्वीरों के समान ही है।सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस पत्र में सॉफटवेयर को विकसित करने वाले प्लेटफार्म गिटहब से बुली बाई ऐप डेवलेपर के बारे में जानकारी मांगी है।
यह ऐप अपने आप में ही अशोभनीय हैं
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महिला पत्रकार ने अपनी शिकायत में कहा था कि एक जनवरी को उसने बेबसाइट बुलीबाईडाटगिटहबडाटआईओ पर खुद की एक तस्वीर देखी थी जिसके साथ छेड़छाड़ कर उसके लिए अनुपयुक्त बातें लिखी गई थी।शिकायत में कहा गया है कि यह ऐप अपने आप में ही अशोभनीय हैं और इस पर लिखी गई बातें अपमानजनक हैं जिसका मकसद मुस्लिम महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखना है।
पोर्टल को मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया
शिकायत में कहा गया है कि यह पूरा पोर्टल ही मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है और इस बात की पूरी जांच की जानी जरूरी है कि कहीं यह संगठित षड़यंत्र के तहत तो नहीं किया गया है। इसे एक ट्वीटर हैंडल एट द रेट ऑफ बुलीबाई से भी प्रमोट किया जा रहा है जिसमें एक खालिस्तान समर्थक महिला की तस्वीर प्रदर्शित की गई है और यह भी लिखा है कि इस महिला को इस ऐप के जरिए बुक किया जा सकता है। इस हैंडल का इस्तेमाल साथ ही साथ खालिस्तान से जुड़ी सामग्री को बढ़ावा देने के लिए भी किया जा रहा है।दिल्ली पुलिस ने इस मामले में रविवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी जो सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उन्हें बदनाम करने की साजिश में लिप्त थे।
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