लड़ाकू विमान तेजस ने दिखाई करतब, सुखोई-30 और HAL द्वारा निर्मित हेलीकॉप्टरों ने भी भरी उड़ान
बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस पर बुधवार को एयरो इंडिया 2021 का उद्घाटन हुआ। इस शो के 13वें संस्करण में देश में ही निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस को दर्शाया गया। बेंगलुरु के आसमान में अद्भुत मारक क्षमता वाले तेजस की कलाबाजियों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस दौरान यह स्वदेशी विमान सभी के आकर्षण का केंद्र रहा।
05:17 PM Feb 03, 2021 IST | Desk Team
बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस पर बुधवार को एयरो इंडिया 2021 का उद्घाटन हुआ। इस शो के 13वें संस्करण में देश में ही निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस को दर्शाया गया। बेंगलुरु के आसमान में अद्भुत मारक क्षमता वाले तेजस की कलाबाजियों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस दौरान यह स्वदेशी विमान सभी के आकर्षण का केंद्र रहा।

इस तीन-दिवसीय एयरो शो का उद्घाटन केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। बहरहाल, शो के पहले दिन आज स्वदेशी तेजस विमान को भारतीय वायुसेना के फाइटर पायलट मनीष तोलानी ने उड़ाया। हवा में इसके करतब, एयरोबेटिक्स, वर्टिकल चार्ली और गति से इसकी क्षमता का अंदाजा स्वत: ही लगाया जा सकता था।

यहां एक बात यह भी उल्लेखनीय है कि तेजस दुनिया का इकलौता हल्का लड़ाकू विमान है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा इसका निर्माण किया गया है। इसकी डिजाइन रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) की एयरक्राफ्ट डेपेलपमेंट एजेंसी (एडीए) तैयार की है और इसी ने इसे विकसित भी किया है। भारतीय वायुसेना एलसीए-1 को कोयंबटूर स्थित सुलुर एयर बेस के अपने बेड़े में पहले ही शामिल कर चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की सुरक्षा समिति ने 13 जनवरी को एचएएल से वायुसेना के लिए 48,000 करोड़ की लागत से 10 ट्रेनर विमान सहित 83 तेजस मार्क-1ए खरीदने की मंजूरी दी थी। एचएएल ने 20 तेजस की आपूर्ति कर दी है और शेष 20 की आपूर्ति करने वाला है। इस अवसर पर राजनाथ सिंह के अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीवाई येदियुरप्पा भी मौजूद थे। तेजस के अलावा राफेल, सुखोई-30, जगुआर, हॉक और एचएएल द्वारा निर्मित हेलीकॉप्टरों ने भी उड़ान भरी और अपने करतब दिखाए।
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