'उनके दावे भ्रामक...', Rahul Gandhi के आरोपों पर चुनाव आयोग की सफाई, जानिए पूरा मामला
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए दावा किया कि वहां करीब 1,00,250 फर्जी वोट जोड़े गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि इस वजह से कांग्रेस को चुनाव में नुकसान हुआ और वह अपेक्षित सीटें नहीं जीत पाई।
इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी के दावे भ्रामक हैं। साथ ही चुनाव आयोग ने कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) का बयान भी साझा किया, जिसमें राहुल गांधी से कहा गया है कि अगर उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ी देखी है तो वे इसका प्रमाण घोषणा पत्र के साथ जमा करें।
CEO ने मांगा औपचारिक घोषणापत्र
कर्नाटक के सीईओ ने Rahul Gandhi से अनुरोध किया है कि वे निर्वाचक पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 20(3)(बी) के तहत एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें, जिसमें जिन मतदाताओं के नामों को लेकर आपत्ति है, उनके नाम दर्ज हों। इसके बाद ही चुनाव आयोग इस पर उचित कार्रवाई कर सकेगा।
Rahul Gandhi ने क्या कहा?
Rahul Gandhi ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव बाद अपनी हार की समीक्षा की और पाया कि महादेवपुरा में भारी मतदाता विसंगतियां हैं। उन्होंने लाइव प्रेजेंटेशन के जरिए नकली और डुप्लिकेट मतदाताओं के उदाहरण भी दिखाए। राहुल ने कहा कि ये आंकड़े खुद चुनाव आयोग के हैं और इतनी बड़ी संख्या में फर्जी वोट दिखाना इस बात का प्रमाण है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं थे।
देशव्यापी धांधली का आरोप
Rahul Gandhi ने आरोप लगाया कि इस तरह की गड़बड़ियां केवल एक क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश में फैली हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग इन गड़बड़ियों को छुपाने की कोशिश कर रहा है और सबूतों को नष्ट किया जा रहा है।
राहुल गांधी की चुनाव आयोग को चुनौती
चुनाव आयोग द्वारा शपथपत्र की मांग पर Rahul Gandhi ने जवाब दिया, "मैं एक नेता हूं और जो कुछ भी जनता से कह रहा हूं, वह मेरे लिए एक सार्वजनिक शपथ है।" उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग उनके आरोपों को गलत नहीं बता रहा, बल्कि सिर्फ प्रक्रिया की बात कर रहा है।