Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

पीएम मोदी सहित बीजेपी के कई नेताओं ने Emergency को लेकर कांग्रेस पर घेरा

01:39 PM Jun 25, 2024 IST | Pannelal Gupta

आपातकाल: आज 25 जून है, आज ही के दिन 1975 में आपातकाल लगाया गया था। इसे 'ब्लैक डे ऑफ ड्रेमोक्रेसी' यानी लोकतंत्र के लिए 'काला दिन' बताया जाता है। मंगलवार को सत्तापक्ष के कई नेताओं ने मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा।

Highlights

पीएम मोदी ने Emergency को लेकर कांग्रेस को घेरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) ने अपने एक्स हैंडल पर इस दिन का जिक्र करते हुए कहा, "आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल(Emergency)का विरोध किया। हमें याद दिलाती है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।"

कांग्रेस अपनी खुशी के लिए 21 महीनों तक नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit Shah) ने एक्स हैंडल पर कहा, "देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है।अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे। आपातकाल(Emergency) के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं।"

Advertisement

राजनाथ सिंह ने आपातकाल को सत्ता के दुरुपयोग और तानाशाही बताया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने कहा, "आज के ठीक 49 साल पहले भारत में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाया गया था। आपातकाल( Emergency) हमारे देश के लोकतंत्र के इतिहास का वह काला अध्याय है जिसे चाह कर भी भुलाया नहीं जा सकता। सत्ता के दुरुपयोग, और तानाशाही का जिस तरह खुला खेल उस दौरान खेला गया, वह कई राजनीतिक दलों की लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।"

स्मृति ईरानी ने भी आज के वो काले दिन पर विपक्ष पर कसा तंज

राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि आज इस देश में लोकतंत्र जीवित है तो उसका श्रेय उन लोगो को जाता है जिन्होंने लोकतंत्र की बहाली के संघर्ष किया, जेल गये और न जाने कितनी शारीरिक और मानसिक यातना से उन्हें गुज़रना पड़ा। भारत की आने वाली पीढ़ियां उनके संघर्ष और लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान को याद रखेंगीं। स्मृति ईरानी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “लोकतंत्र के काले दिन को कभी मत भूलो।


अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को कुचला गया- जेपी नड्डा

बीजेपी नेता जेपी नड्डा(JP Nadda)ने लोकतंत्र के काले दिन को याद करते हुए कहा, "25 जून, 1975- यह वह दिन है, जब कांग्रेस पार्टी के आपातकाल लगाने के राजनीतिक रूप से प्रेरित फैसले ने हमारे लोकतंत्र के स्तंभों को हिला दिया और डॉ. अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को कुचलने की कोशिश की। इस दौरान, जो लोग आज भारतीय लोकतंत्र के संरक्षक होने का दावा करते हैं, उन्होंने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा में उठने वाली आवाजों को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज, हम अपने महान नायकों द्वारा किए गए बलिदानों को प्रतिबिंबित करते हैं जो डॉर्क डे ऑफ डेमोक्रेसी के दौरान बहादुरी से लोकतंत्र के संरक्षक के रूप में खड़े रहे।"

"मुझे गर्व है कि हमारी पार्टी उस परंपरा से जुड़ी है जिसने आपातकाल का डटकर विरोध किया और लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम किया।"

(शीर्षक को छोड़कर, यह कहानी पंजाब केसरी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड फ़ीड से प्रकाशित हुई है )

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Next Article